इन्दौर। कोविड महामारी से बचने के लिये प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाना उत्तम उपचार माना जा रहा है इसलिये सभी उम्र वर्ग के लोग रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने की विविध प्रकार के जुगत में लगे हैं। होम्योपैथी दवा रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने की उत्कृष्ट दवा मानी गयी है, जिसकी पुष्टि केन्द्र तथा राज्य सरकार द्वारा की गयी है।
कई बार होम्योपैथिक दवाईयों को लेकर लोग भ्रमित बातें करते हैं या उपयोग करने से मना करते हैं, जिन्हें होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धति का कोई ज्ञान नहीं होता। जबकि आयुष मन्त्रालय भारत सरकार के वैज्ञानिक सलाहकार बोर्ड सदस्य डाॅ. द्विवेदी का मानना है कि होम्योपैथिक दवाईयों का उपयोग मानव शरीर में पानी-पीने से भी अधिक ज्यादा सुरक्षित है। यह बात तब साबित हुई जब होम्योपैथिक दवा का अध्ययन आर.आर. कैट इन्दौर में किया गया।
आज इन्दौर डीआईजी हरिनारायणचारी मिश्र को अपने होम्योपैथिक दवाईयों का पुलिस बल को बतौर रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने एवं साधारण सर्दी/खाँसी से बचाव हेतु देते हुये कहा डाॅ. द्विवेदी ने बताया कि बारिश में गीले हो जाने पर या अधिक समय तक गीले कपड़ों में रहने पर सर्दी/जुकाम खाँसी होना स्वाभाविक ही है और पुलिस वालों ने बताया कि उन्हें तो कई बार 2-3 बार तक भी इस मौसम में नहाना पड़ता है तभी घर में अन्दर प्रवेश कर पाते हैं। जिनके घर में छोटे बच्चे या बड़े बुजुर्ग हैं, उन्हें और अधिक सावधानी बरतनी पड़ती है। ऐसे में उन्हें साधारण सर्दी/खाँसी होने का डर बना रहता है। जरा सा भी सर्दी खाँसी होने पर कोरोना का डर सताने लगता है।
डाॅ. ए.के. द्विवेदी ने डीआईजी हरिनारायणचारी मिश्र को होम्योपैथिक दवाईयों के साथ-साथ मास्क भी वितरण हेतु प्रदान किया। डाॅ. द्विवेदी के अनुसार मास्क लगाने से भी सर्दी/खाँसी फैलने की सम्भावना को कम किया जा सकता है। आपने बताया कि पुलिस वालों की ड्यूटी काफी कठिन होती है कई बार उन्हें समय पर खाना भी नसीब नहीं होता है पुलिस वाले हमारा ध्यान रखते हैं इसलिये हमारा भी कत्र्तव्य बनता है कि उनके स्वास्थ्य की हर सम्भव रक्षा करते रहें। आपने बताया कि उनके क्लीनिक पर आने वाले सभी मरीजों को भी निःशुल्क मास्क का वितरण उनके द्वारा किया जा रहा है तथा उसके इस्तेमाल सम्बन्धी समझाईश भी निरन्तर दी जाती रहती है।
डाॅ. द्विवेदी ने डीआईजी मिश्र को बताया कि यह होम्योपैथिक दवाईयाँ इस बदलते मौसम में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते हुये कई अन्य प्रकार की बीमारियों से बचाव हेतु आसान एवं सुरक्षित है। जिसे कोई भी कभी-भी उपयोग कर सकता है। डीआईजी मिश्र ने इसके लिये डाॅ. द्विवेदी को धन्यवाद भी ज्ञापित किया।