भोपाल: गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा का संविधान दिवस पर बयान सामने आया है। उन्होंने अपने बयान में कहा है कि संविधान दिवस को 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुरू किया था। लेकिन कांग्रेस ने कभी भी संविधान दिवस की सोच नहीं रखी। उन्होंने बताया कि बाबा साहब अम्बेडकर संविधान समिति के अध्यक्ष थे। लेकिन कांग्रेसी कभी नहीं चाहते थे कि नेहरू गाँधी खानदान के ऊपर किसी का नाम हो। इसलिए तो कभी संविधान दिवस का सोचा ही नही।
उन्होंने कहा कि 26 जनवरी की आत्मा 26 नवंबर में ही बसती है। जो संविधान की दुहाई देते हैं मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि महान लोकतंत्र की आत्मा संविधान में बसती है। हमारे संविधान को तुष्टिकरण का ग्रन्थ बनाने की कोशिश की है। संविधान का ग्रन्थ हमारे लिए गीता के समान है। संविधान के साथ सभी को अपने कर्तव्य का भी पालन करना चाहिए।
इसके अलावा उपचुनाव के बाद आज हो रही कैबिनेट की बैठक लेकर भी गृह एवं जेल मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि उपचुनाव के बाद बहुमत में है तो ज़िम्मेदारियाँ ओर बढ़ जाती है। इस बैठक में जनहित के फैसले लिए जाएंगे। वहीं पंजाब में हो रहे किसान आंदोलन को लेकर उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार ध्यान भटकाने के कोशीश कर रही है। किसान का नही ये कांग्रेस का आंदोलन है। किसान समझ चुका है कांग्रेस किसानो को नोजवानो को धोखा देती है।