महाकाल की नगरी उज्जैन में 12 वर्षीय नाबालिक लड़की से रेप की घटना के बाद प्रदेश की राजनीति में हड़कंप मचा हुआ है। आपकों जानकर हैरानी होगी की बच्ची की हालत इतनी गंभीर थी कि वह उज्जैन के सांवराखेड़ी कॉलोनी में खून से सनी ढाई घंटे तक सड़क पर भटकती रही लेकिन एक भी शख्स ने उसकी की मदद नहीं की।
अब यह मामला सिर्फ मध्य प्रदेश का नहीं रहा है देशभर से लोगों की प्रतिक्रिया सामने आ रही है। इसको लेकर मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने जानकारी दी है। गृहमंत्री मिश्रा ने बताया कि इस मामले की जांच के लिए एक SIT का गठन किया है। इसके अलावा एक संदिग्ध को हिरासत में भी लिया गया है।
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि उज्जैन मामले की जांच के लिए SIT का गठन कर दिया गया है। साथ ही साथ एक संदिग्ध को हिरासत में ले लिया गया है। अब जांच के आधार पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जाएगी।
जानें, पूरा मामला
मंगलवार यानी 26 सितंबर को मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले के बड़नगर इलाके में एक 12 वर्षीय लड़की को सड़कों पर खून से लथपथ पाया गया। रेप के बाद 12 साल की लड़की सड़क पर लोगों से मदद मांगती रही। लेकिन एक भी शख्स ने उसकी मदद नहीं की। वह भटकती हुई एक आश्रम में पहुंची। वहां की पुजारी जिला अस्पताल ले गए। जहां पर मेडिकल जांच आज में दुष्कर्म की पुष्टि हुई।