शिमला : देश में एक बार फिर से वैश्विक महामारी कोरोना ने अपनी रफ़्तार तेज़ कर दी है. इसी के साथ हर राज्य अपने-अपने स्तर पर पाबंदियां लगा रहे हैं. मौके की गंभीरता को देखते हुए पीएम मोदी ने भी मोर्चा सम्बहल लिया है और वे कल देश के सभी सीएम से इसे लेकर चर्चा करेंगे.
हिमाचल प्रदेश की सरकार ने इसे लेकर आज बैठक ली और निर्णय लिया गया कि प्रदेश में राजधानी शिमला सहित कुल्लू, मंडी और कांगड़ा में रात 8 बजे से सुबह 6 बजे तक नाइट कर्फ्यू लागू होगा. मंगलवार रात से इसे लागू कर दिया जाएगा. साथ ही एक और अहम निर्णय लिया गया है जिसके मुताबिक़ हिमाचल में कोई भी शिक्षण संस्थान 31 दिसंबर तक नहीं खोले जाएंगे.
हिमाचल प्रदेश की सरकार ने साथ ही 15 दिसंबर तक के लिए जनमंच और राजनीतिक रैलियां भी स्थगित कर दी हैं. जबकि विद्यालयों में 26 नंवबर से शिक्षक को छात्रों को ऑनलाइन शिक्षा देने का भी निर्णय लिया गया है. वहीं कैबिनेट की मीटिंग में यह भी कहा गया है कि मार्च 2021 में दसवीं-बारहवीं की बोर्ड परीक्षाएं ली जाएगी. छात्रों की पढ़ाई प्रभावित होने के चलते 30 फीसदी सिलेबस कम करने का भी निर्देश दिया गया है.
बैठक में निर्णय लिया गया है कि मास्क न पहनने पर अब 1 हजार रु जुर्माने की राशि ली जाएगी. वहीं 15 दिसंबर तक बसें 50 प्रतिशत यात्री के साथ ही संचालित होगी. इसके साथ ही कैबिनेट बैठक को देखते हुए ऐसा कहा जा रहा है कि धर्मशाला के तपोवन में सात दिसम्बर प्रस्तावित पांच दिन का विधानसभा सत्र भी स्थगित होने की उम्मीद जाती जा रही है. जानकारी देते हुए संसदीय कार्य मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा है कि सर्वदलीय बैठक में इस पर फैसला लिया जाएगा. साथ ही उन्होंने आगे कहा कि 18 मार्च तक सत्र कभी भी हो सकता है. छह महीने में सत्र का बुलाया जाना जरूरी होता है.