इंदौर। वेस्टर्न डिस्टरबेंस के कारण उत्तरी पहाडों पर हो रही बर्फ़बारी ने अचानक प्रदेश के तापमान में काफी गिरावट दर्ज की है। अब बर्फ पिघलने और सर्द उत्तरी हवाओं के चलते फिलहाल कुछ दिनों तक मौसम इसी तरह बना रहेगा। स्वास्थ्य विभाग ने आम नागरिकों से शीतघात व शीत लहर को लेकर पर्याप्त सावधानी बरतने की अपील की है।
शीत ऋतु में वातावरण का तापमान अत्यधिक कम होने पर शीत लहर का चलना प्रारंभ हो जाता है। जिसके कारण मानव स्वास्थ्य पर अनेक विपरित प्रभाव जैसे सर्दी जुकाम, बुखार, निमोनिया, त्वचा रोग, फेफड़ों में संक्रमण, हाईपोथर्मिया, अस्थमा, एलर्जी होने की आशंका बनी रहती है। प्रभावी शीत लहर से बचने के लिये गर्म एवं ऐसे कपड़े जिनमें कपड़ों की कई परतें होती है वह शीत लहर से बचाव के लिए अत्यधिक प्रभावी होते है।
रजाई, कंबल, स्वेटर, गर्म कपडों का उपयोग किया जाना चाहिए एवं मफलर, आवरण युक्त जलरोधी जूतों का उपयोग किया जाना चाहिए। इस संबंध में जन जागरूकता के लिए मैदानी स्तर पर आशा, आशा सुपर वाईजर्स, ए एनएम, एमपीडब्ल्यू को जन जागरूकता के लिए निर्देशित किया गया है।