ज्ञानवापी: ASI सर्वे पर भड़के अंजुमन इंतजामिया मस्जिद कमेटी के जॉइंट सेक्रेटरी, कहा- रद्दी की टोकरी में चली जाएगी यह रिपोर्ट

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आयोध्या के बाद विवादों में चल रही काशी की ज्ञानवापी मस्जिद का एएसआई सर्वे की रिपार्ट सामने आ गई है। इसके बाद मस्जिद कमेटी भी मुखर हो गई है. मामले में मस्जिद कमेटी के जॉइंट सेक्रेटरी और केस के मुस्लिम पक्ष से पैरोकार मोहम्मद सैयद यासीन ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि की रिपोर्ट नाकाफी है.

आपको बता दें पुरातात्विक सर्वेक्षण के अनुसार ज्ञानवापी में पहले भव्य मंदिर था बाद में मंदिर को तोड़कर मस्जिद बनाई गई है, की तरफ से सर्वे की आई रिपोर्ट 17वीं शताब्दी में औरंगजेब के वक्त मस्जिद नहीं बनी है, बल्कि जौनपुर के एक रईस थे. उन्होंने यह मस्जिद बनवाई थी. किसी शासक ने यह मस्जिद नहीं बनवाई थी. हो सकता है कि यहां कभी बुद्धिस्टों का मठ रहा हो.

अंजुमन इंतजामिया मस्जिद कमेटी के जॉइंट सेक्रेटरी मोहम्मद सैयद यासीन के अनुसार एएसआई की सर्वे रिपोर्ट अपने आप में नाकाफी है. क्योंकि पूरा प्लॉट एक बीघा 9 बिश्वा के लगभग है. जबकि सर्वे पूरी तरह से ज्ञानवापी पर ही केंद्रित किया गया है. यह कहना गलत है कि मस्जिद औरंगजेब के समय तामीर हुई. जबकि यह मस्जिद 804 हिजरी से 812 हिजरी के बीच में तामीर हुई है.

ज्ञानवापी मस्जिद के हुए पुरातात्विक सर्वेक्षण में यह साबित हो जाना कि मंदिर को तोड़कर मस्जिद बनाई गई है, तो आखिर मुस्लिम पक्ष सुलह करके हिंदू पक्ष को क्यों नहीं ज्ञानवापी मस्जिद सौंप दे रहा है. इसके जवाब में मोहम्मद यासीन ने बताया कि आखिर हम क्यों मस्जिद दे ? हम वहां पहले से नमाज पढ़ते आ रहे हैं.