गणेश जी को हिन्दू धर्म में सबसे प्रमुख देवताओं में गिना जाता है। इनके आशीर्वाद के बिना शुभ काम अधूरे रह जाते हैं। इस बार गणेश चतुर्थी का त्यौहार 22 अगस्त से शुरू हो रही है। आप भी इस दिन बप्पा को अपने घर लाकर विराजमान करके उनका आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं। इस चतुर्थी को विनायक चतुर्थी भी कहा जाता है। वहीं इस चतुर्थी को प्रमुखता के साथ सबसे ज्यादा महाराष्ट्र, गुजरात, उत्तर प्रदेश में मनाई जाती है। इस दिन से ही लोगों के घर में जश्न मनना शुरू हो जाता है।
साथ ही हर हर्षों उल्लास का माहौल रहता है। इस दिन लोग घरों में गणेश भगवान की प्रतिमा बैठाते हैं और उसकी प्राण प्रतिष्ठा करते हैं। साथ ही प्रार्थना भी की जाती है कि हे गणपति बाप्पा अगले साल जल्दी आना। इसे गणेश महोत्सव भी कहा जाता है। आज हम आपको बताने जा रहे है इस दिन आप किस शुभ मुहूर्त में मूर्ति स्थापित कर सकते है और किन कामों को भूलकर भी नहीं करना चाहिए वो भी बताने जा रहे हैं तो चलिए जानते हैं।
गणेश चतुर्थी शुभ मुहूर्त –
गणेश चतुर्थी 22 अगस्त 2020 को शनिवार के दिन है। गणेश चतुर्थी शाम 7:57 बजे तक है. हस्त नक्षत्र भी शाम 7:10 बजे तक है। हिंदू धर्म शास्त्रों के मुताबिक़, चौघड़िया मुहूर्त बेहद शुभ प्रभाव पैदा करने वाला है। हिंदू पंचांग के अनुसार 22 अगस्त को दोपहर 12 बजकर 22 बजे से शाम 4 बजकर 48 बजे तक चर, लाभ और अमृत के चौघड़िया मुहूर्त हैं। इनमें से किसी भी समय आप गणेश भगवान की स्थापना कर सकते हैं।
घर में मूर्ति स्थापित करने का शुभ मुहूर्त:
आपको बता दे, हिंदी पंचांग के अनुसार ही गणेश जी की स्थापना करनी चाहिए। मूर्ति स्थापित करने के लिए चौघड़िया मुहूर्त में ही मूर्ति स्थापना करें। क्योंकि चौघड़िया मुहूर्त काफी शुभ माना जाता है। बता दे,चौघड़िया में चारों लग्न और स्थिति भी काफी शुभ दशा में होते हैं।
वहीं आपको कुछ बातों का भी ध्यान रखना बेहद आवर्श्यक है। दरअसल, भाद्रपद मास में शुक्ल पक्ष की द्वितीया को चंद्रमा के दर्शन करना शुभ नहीं माना गया है। इसलिए यदि इसदिन भूलवश चंद्रमा के दर्शन हो भी जाएं तो इस दोष निवारण के अगले दिन गरीबों को खाने की सफ़ेद चीजों का दान करना चाहिए।