नई दिल्ली। 2021 की हज यात्रा के लिए भारतीय हज समिति ने कार्ययोजना जारी कर दी है। इसमें वैश्विक महामारी कोरोना वायरस महामारी के कारण सतर्कता के कदम भी शामिल हैं, इसके दिशानिर्देश भी जल्द ही जारी कर दिए जाएंगे। शनिवार को हज 2021 के लिए सात नवंबर से ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया शुरू होगी और 10 दिसंबर तक जारी रहेगी। चिकित्सा प्रमाणपत्र सौंपने की अंतिम तारीख एक जनवरी होगी।
वही, कार्ययोजना के अनुसार, शुल्क की पहली किश्त जमा करने की अंतिम तिथि एक मार्च होगी। इसके आगे के लिए अंतिम तारीख 30 अप्रैल होगी। बता दे कि, हज यात्रियों का टीका केंद्र में 15-16 मई को टीकाकरण कराया जाएगा। जिसमे यात्रियों का पहला जत्था 26 जून को सऊदी अरब के लिए रवाना होगा और आखिरी विमान 13 जुलाई को रवाना होगा। 14 अगस्त से वापसी शुरू होगी।
बता दे कि, वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के दौरान जो लोग हज के लिए रवाना नहीं हो सके ऐसे 1.23 लाख यात्रियों को कुल 2100 करोड़ रुपये लौटाए गए हैं। सऊदी अरब भी हज 2018-19 के लिए 100 करोड़ रुपये के आसपास वापस कर चुका है। बता दे कि, हर साल औसतन दो लाख के आसपास भारतीय हज यात्रा पर जाते हैं।
कोरोना काल में कमेटी ने इस बार कुछ ज्यादा ही सतर्कता बरती है। दरअसल, ऑनलाइन अप्लीकेशन का फॉर्म भरने के दौरान हज यात्रा पर जाने से पहले आवेदकों को अपनी आय का साधन बताना होगा। वही, इसका पालन न करने पर न्यूनतम एक हजार और अधिकतम दस हजार रुपए तक जुर्माना देना पड़ सकता है।