भोपाल : मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष के मीडिया समन्वयक नरेन्द्र सलूजा ने अपने एक जारी बयान में कहा कि जहां एक तरफ़ पूरे देश में कोरोना वैक्सीन टीकाकरण का कार्यक्रम चालू होने जा रहा है , वहीं उसके पहले कोरोना वेक्सीन ट्रायल दोज का कार्यक्रम चलाया जा रहा है वही दूसरी तरफ़ राजधानी भोपाल में एक गैस पीड़ित युवक दीपक मरावी, जिसकी उम्र 47 साल है ने 12 सितंबर को भारत बायोटेक का कोवैक्सीन का ट्रायल डोज़ लगवाया था, जिसके 9 दिन बाद उसकी मृत्यु होने की खबर सामने आई है।
मृतक के परिजनों एवं उसकी पत्नी ने बताया कि दीपक को किसी तरह की कोई बीमारी नहीं थी। इस डोज को लेने के बाद दीपक मरावी को उल्टियां हुई, कमजोरी आई, मुंह से झाग निकलने लगा, ऐसे तमाम तरह के आरोप वैक्सीन के साईड इफेक्ट को लेकर मृतक के परिजनों ने लगाये हैं, परिजनों ने यहां तक कहा कि टीका लगने से ही दीपक की मौत हुई है, किंतु शासन-प्रशासन ने हादसे पर कोई सुध नहीं ली।
सलूजा ने कहा कि यह जानकारी भी सामने आ रही है कि मृतक युवक गैस पीड़ित था।सरकार इस पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल इसकी जांच कराये, क्योंकि यह मामला बेहद गंभीर है तथा सीधे जनता के स्वास्थ्य से जुड़ा हुआ मामला है।
सलूजा ने कहा कि कांग्रेस मांग करती है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री व सारे मंत्री सामने आकर कोरोना वैक्सीन का डोज व टीकाकरण सबसे पहले लगवाने की घोषणा करे ,जिससे जनता में विश्वास का माहौल बनेगा। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान और तमाम मंत्री इसकी घोषणा करें ताकि जनता में एक आदर्श स्थापित हो सके। मुख्यमंत्री जी की वैक्सीन बाद में लगाने की घोषणा से एक अविश्वास का माहौल पैदा हो रहा है।