जयपुर : दिवाली के महापर्व को ध्यान में रखते हुए राजस्थान की गहलोत सरकार ने पटाखों की बिक्री पर रोक लगा दी है. साथ ही पटाखा दुकानों का लाइसेंस रद्द किए जाने का भी निर्देश दिया गया है. इसके पीछे राजस्थान की कांग्रेस सरकार ने तर्क देते हुए कहा है कि पटाखे से निकलने वाले धुंए के चलते कोरोना संक्रमित रोगियों और आम लोगों को स्वास्थ्य नुक़सान झेलना पड़ सकता है. साथ ही 16 नवंबर तक स्कूल बंद रखने का भी निर्णय लिया गया है. वहीं सिनेमाघरों पर 30 नवंबर तक टाला लगा रहेगा.
समीक्षा बैठक में लिया फैसला…
‘कोरोना समीक्षा बैठक’ के दौरान अशोक गहलोत ने कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं. सीएम ने रविवार को सीएम आवास पर ‘नो मास्क-नो एंट्री’ और ‘शुद्ध के लिए युद्ध’ अभियान की समीक्षा बैठक ली थी. इस दौरान पटाखे और स्कूल से संबंधित महत्वपूर्ण निर्णय उन्होंने लिए. सीएम अशोक गहलोत ने प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों पर भी लगाम लगाने की बात कही.
प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों पर भी लगाम…
राजस्थान की गहलोत सरकार ने न केवल पटाखों पर रोक लगाई बल्कि वह ऐसे वहां जो कि बिना फिटनेस के धुआं फैलाते है उन पर भी लगाम लगाना चाहती है. सीएम अशोक गहलोत ने पटाखा और प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों पर लगाम लगाने के पीछे यह तर्क भी दिया कि जर्मनी, यूके, फ्रांस इटली, स्पेन जैसे संपन्न देशों में कोरोना दूसरी लहर के साथ लौट रहा है.
30 नवंबर तक स्वीमिंग पूल, सिनेमाहॉल पर ताला…
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा ली गई कोरोना समीक्षा बैठक के बाद प्रदेश के गृह विभाग के प्रमुख सचिव अभय कुमार ने जानकारी देते हुए कहा कि, स्कूल-काॅलेज सहित शिक्षण संस्थान एवं कोचिंग सेंटर्स 16 नवंबर तक बंद रहेंगे. वहीं मल्टीप्लेक्स, एन्टरटेनमेन्ट पार्क, स्वीमिंगपूल और सिनेमाहाॅल आदि को सरकार ने 30 नवंबर तक बंद रखने का फैसला किया है. बता दें कि बीते दिनों अनलॉक-5 के दिशा-निर्देश जारी करते हुए भारत सरकार ने 15 अक्टूबर से सिनेमाघर खोलने के आदेश जारी कर दिए थे. इसके बाद 15 अक्टूबर को देश के कई राज्यों ने भारत सरकार के इस फैसले पर अमल करते हुए सिनेमाहॉल खोल दिए थे, हालांकि पंजाब और कांग्रेस समेत कई राज्यों ने इस पर फैसला नहीं लिया था. जबकि अब राजस्थान सरकार ने इस समय-सीमा में और अधिक इजाफा कर दिया है.