22 अक्टूबर 2023: आबकारी विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के बीच आपसी टकराव के बाद, खरगोन जिले के कांग्रेस प्रत्याशी द्वारा चुनाव आयोग और लोकायुक्त की ओर से कई गंभीर शिकायातें दर्ज की गई हैं.
गलत जानकारी देना: कांग्रेस प्रत्याशी ने खरगोन जिले में “महुआ लाहन” और “कच्ची शराब” के नाम पर गलत जानकारी और आदिवासियों के फर्जी केस दर्ज करने का आरोप लगाया है। वरिष्ठ आबकारी अधिकारी चर्चा में व्यापारियों, पत्रकारों, और नेताओं के साथ फर्जी शिकायतें कर रहे हैं।
अवैध शराब की जब्ती: पुलिस के द्वारा जब्त की गई शराब और आबकारी विभाग के द्वारा जब्त की गई शराब में भारी अंतर है। छतरपुर की शराब फैक्ट्री में भारी मात्रा में अवैध और अनुपयुक्त शराब की सूचना आई है। आदिवासी जिलों में आबकारी विभाग के द्वारा पकड़ी गई अवैध शराब की जब्ती मात्रा का अवैध और असत्य होने का आरोप है।
वही अब चुनाव आयोग की तरफ से इस मामले की गंभीर जांच शुरू की गई है, जबकि लोकायुक्त में दर्ज एफआईआर और विभागीय जांच के अधिकारियों को निर्वाचन समाप्त होने तक पद से हटाने अथवा अवकाश में भेजने के विषय पर भी चुनाव आयोग को गंभीर शिकायत मिली है।
इस परिस्थिति में, मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार के ऊपर लिखे गए पत्र के बाद चुनाव आयोग की जांच जारी है और उन्होंने भारत निर्वाचन आयोग को इस मामले की जानकारी भेजने की मांग की है।