नई दिल्ली। पिछले 18 दिनों से दिल्ली के बॉर्डरों पर केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के खिलाफ कई किसान संगठन का धरना प्रदर्शन कर रहे है। जिसके चलते अब किसान संगठनों ने 14 दिसंबर यानी सोमवार को मांगे न माने जाने के विरोध में एक दिनों का उपवास रखने का ऐलान किया है। साथ ही दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी किसानों के इस कदम को समर्थन दिया है और रविवार को उन्होंने ये संदेश जारी किया है कि वो भी सोमवार को किसानों के साथ उपवास रखेंगे।
वही, अरविंद केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि, “किसानों ने आह्वान किया है कि कल एक दिन का उपवास रखना है। आम आदमी पार्टी इसका पूरा समर्थन करती है। मैं भी कल अपने किसान भाइयों के साथ उपवास रखूंगा।” साथ ही दिल्ली के सीएम ने किसान आंदोलन को बदनाम करने के लिए भी बीजेपी को जिम्मेदार ठहराया है।
साथ ही सीएम ने साल 2012 में हुए भ्रष्टाचार के खिलाफ अन्ना हजारे के आंदोलन का जिक्र करते हुए कहा कि, जब हम आंदोलन कर रहे थे, तब हमारे आंदोलन को बदनाम करने के लिए कांग्रेस ने साजिश रची और आए दिन आंदोलन को बदनाम करने के लिए झूठ फैलाया। केजरीवाल ने कहा कि, अब उसी तरह किसानों को बदनाम करने के लिए बीजेपी भी ऐसा ही कर रही है।
किसानों के प्रदर्शन पर उठे सवालों पर सीएम केजरीवाल ने कहा कि, कुछ लोग कह रहे हैं कि इसमें सिर्फ हरियाणा और पंजाब के ही किसान शामिल हैं और इसमें आम आदमी नहीं है, तो ये उनकी गलतफहमी है। उन्होंने बताया कि, “इन बिलों में लिखा है कि अब कोई आदमी कितनी भी जमाखोरी कर सकता है। इस देश में जमाखोरी करना अपराध हुआ करता था, लेकिन केंद्र के इस कानून के बाद अब जमाखोरी अपराध नहीं बचेगा और इससे मंहगाई बढ़ जाएगी। इसलिए मैं ये बता देता हूं कि सिर्फ किसान ही नहीं एक-एक आदमी इस कानून को समझ रहा है।”
साथ ही कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों की मांगों का समर्थन करते हुए उन्होंने कहा कि, केंद्र सरकार से गुजारिश है कि वो अहंकार छोड़ दे और किसानों की सारी मांगों को तुरंत मंजूर करे।