इंदौर। प्रदेश के सक्षम व्यक्तियों में निवेश के लिए विश्वास पैदा करें। उन्हें प्रदेश में ही निवेश करने के लिए प्रोत्साहित करें। प्रदेश के रॉ मटेरियल का उपयोग प्रदेश में ही उत्पाद बनाने के लिए होगा तो इससे स्थानीय रोजगार बढ़ेंगे। आमदनी में भी वृद्धि होगी। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव मंत्रालय में निवेश प्रोत्साहन हेतु मंत्रियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि पर्यटन विभाग प्रदेश में पर्यटकों की संख्या बढ़ाने के लिए रोड शो आयोजित करता है। इसी तरह निवेश को आकर्षित करने के लिए प्रदेश के बाहर रोड शो आयोजित करें।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि सहकारी क्षेत्र की कंपनियों को अधिक रियायत प्रदान कर प्राइवेट इंडस्ट्री के कंपटीशन में खड़ा करें। यह रियायत सहकारी संस्थाओं को न सिर्फ मजबूत करेगी बल्कि कृषकों की आय में वृद्धि का साधन बनेगी। इससे कृषकों को उनके उत्पादों के उचित दाम प्राप्त होंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रदेश में उद्योग संवर्धन नीति 2014 अंतर्गत प्रावधानिक मुख्य सुविधाएं, निवेश प्रोत्साहन सहायता, अधोसंरचना विकास, हरित औद्योगिक सहायता सहित परिधान क्षेत्र की वृहद श्रेणी इकाइयों को विशिष्ट इकाई सहायता आदि प्रावधानों पर विस्तार से जानकारी प्राप्त की। निवेश प्रोत्साहन की विभिन्न योजनाओं पर आवश्यक निर्देश भी दिए।
बैठक में उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा, ऊर्जा मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर, कौशल विकास एवं रोजगार राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गौतम टेटवाल, संस्कृति और पर्यटन मंत्री धर्मेंद्र सिंह लोधी वर्चुअल माध्यम से जुड़े। मुख्य सचिव वीरा राणा, अपर प्रमुख सचिव खनिज अशोक वर्णवाल, प्रमुख सचिव राघवेन्द्र सिंह, प्रबंध संचालक एमपीआईडीसी चंद्रमौली शुक्ला सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहें।