इंदौर। कोविड के दौरान लगाई पाबंदियों में और छूट मिलने, कई जिलों में सिंचाई का काम प्रारंभ होने एवं तापमान अपेक्षाकृत ज्यादा होने से बिजली की रिकार्ड मांग है। पिछले चौबीस घंटे में अधिकतम मांग तीन हजार मैगावाट के पार हो गई। करीब छः करोड़ यूनिट बिजली की आपूर्ति की गई।
मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र बिजली वितरण कंपनी के प्रबंध निदेशक अमित तोमर ने बताया कि मांग के अनुरूप सभी जिलों में गुणवत्तापूर्ण आपूर्ति की जा रही है। सितंबर में रिकार्ड मांग की स्थिति बनी हुई है। सितंबर माह में पहली बार पश्चिम क्षेत्र की अधिकतम मांग बढ़कर 8 तारीख को 3020 मैगावाट हो गई। गत वर्ष 8 सितंबर को अधिकतम मांग 2503 मैगावाट थी। यूनिट से तुलनात्मक देखा जाए तो पिछले वर्ष 8 सितंबर की तुलना में इस वर्ष 8 सितंबर को 1 करोड़ यूनिट की ज्यादा आपूर्ति की गई। प्रबंध निदेशक ने बताया कि तापमान ज्यादा होने से घरेलू, नई छूट मिलने से औद्योगिक/व्यापारिक इकाइयों में बिजली उपयोग बढ़ने एवं कई जिलों में सिंचाई के लिए मोटर की जरूरत से बिजली मांग तेजी से बढ़ी है। तोमर ने बताया कि सिंचाई के लिए 10 घंटे एवं गैर सिंचाई के लिए 24 घंटे गुणवत्तापूर्ण बिजली वितरण हो रहा है। तोमर ने बताया कि सभी जिलों में आपूर्ति व्यवस्था के लिए नोडल अधिकारी तैनात है, कंपनी स्तर पर कार्यपालक निदेशक मानिटरिंग कर रहे हैं।
चौबीस घंटे में कहां कितनी आपूर्ति
इंदौर शहर 86 लाख यूनिट
इंदौर ग्रामीण 87 लाख यूनिट
खरगोन जिला 61 लाख यूनिट
उज्जैन जिला 55 लाख यूनिट
देवास जिला 48 लाख यूनिट