भोपाल: आज प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भोपाल में मिडिया से चर्चा के दौरान कहां हैं कि “हम संसदीय परंपराओं का आदर करते हैं, उसका सम्मान करते है, हम बीजेपी की नकल नहीं करना चाहते हैं, जो कोई परंपरा,कोई सिद्धांत का पालन नहीं करती है,इसीलिए हमने तय किया था कि हम विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव सर्वसम्मति से करवाएंगे और यही हमारी सोच है,यही हमारी दृष्टि है।
राज्यपाल के भाषण के को लेकर भी कमलनाथ ने कहां हैं कि ‘आज मुझे राज्यपाल जी पर दया आती है कि उन्हें ऐसा भाषण पढ़ना पड़ा जो मीडिया के लिए है,प्रदेश के लिए नहीं है। आप गिनेंगे कि कितनी चीजें प्रस्तावित है, इन्होंने 15 साल में 15 हज़ार प्रस्तावित योजनाएं की थी, उनका कोई नामोनिशान आज नहीं है।
मीडिया से चर्चा के दौरान कमलनाथ ने बीजेपी पर अपना निशाना साधते हुए कहां हैं कि “यह तो प्रदेश की जनता को गुमराह करने का काम है, जो सही बात कहनी थी कि महिलाओं पर आज कितना अत्याचार हो रहा है,आज किसानों की क्या स्थिति है ,आज बेरोजगारों की क्या स्थिति है, उस पर तो बात की नहीं ?, साथ ही उन्होंने चर्चा में आगे कहां हैं कि आज प्रवासी मज़दूरों की बात करी कि हमने मजदूरों को इतना पैसा दिया, उनके खाने का प्रबंध किया जबकि सच्चाई सभी ने देखी है कि किस प्रकार हज़ारों भूखे- प्यासे प्रवासी मज़दूर , नंगे पैर ,कई किलोमीटर चल कर वापस प्रदेश लौटे है ,सब ने देखा कि मजदूरों का क्या हाल था?
मध्यप्रदेश का भविष्य है किसान बोले कमलनाथ-
कमलनाथ ने किसानो के लिए एक मुद्धा छेड़ते हुए कहां हैं कि “सरकार के नजरिए में हमारा कृषि क्षेत्र नहीं है और यही कृषि क्षेत्र है जो मध्य प्रदेश का भविष्य है, साथ ही उन्होंने कहां हैं कि आज राज्यपाल जी ने इतनी बार पीएम का ज़िक्र किया कि मै तो समझा मै लोकसभा में हूँ।
कोरोना को लेकर उड़ाते थे मज़ाक आज गिना रहे उपलब्धियां-कमलनाथ
मिडिया से चर्चा के दौरान कमलनाथ ने कोरोना के बारे में भी कहां हैं कि “जब मैं कोरोना की बात करता था तो शिवराज जी मजाक उड़ाते थे, कहते थे कि इनके लिये कोरोना डोरोना है और आज राज्यपाल जी के अभिभाषण में कोरोना पर अपनी उपलब्धियाँ बता रहे हैं ?