इंदौर 13 अक्टूबर, 2021
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा 15 अगस्त 2019 को जल जीवन मिशन के अंतर्गत प्रत्येक ग्राम के प्रत्येक घर को वर्ष 2024 तक नल कनेक्शन के माध्यम से सुरक्षित एवं पर्याप्त जल प्रदान करने की घोषणा की गई थी। इसी उद्देश्य की पूर्ति के तारतम्य में बुधवार को कलेक्टर सभाकक्ष में जिला जल एवं स्वच्छता मिशन की बैठक आयोजित की गई। इस दौरान सांसद श्री शंकर लालवानी, कलेक्टर श्री मनीष सिंह, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री हिमांशु चंद्र, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन यंत्री श्री सुनील उदिया, जनप्रतिनिधियों सहित अधिकारीगण उपस्थित रहे।
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सांसद श्री शंकर लालवानी ने कहा कि जिले के सभी शासकीय स्कूल एवं आंगनवाड़ी केंद्रों में शत प्रतिशत कार्यशील नल कनेक्शन तथा पेयजल की सुविधा सुनिश्चित की जाए। इस कार्य को प्राथमिकता के साथ जल्द से जल्द पूर्ण कराया जाए। उन्होंने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन यंत्री श्री उदिया को निर्देश दिये कि नल कनेक्शन ग्राम पंचायतों को हस्तांतरित करते समय लोगों से फीडबैक भी लिया जाए ताकि जमीनी स्तर पर आए परिवर्तन के बारे में जागरूकता फैलाई जा सके। इसी के साथ ही यदि लोगों को कनेक्शन के संधारण में कुछ समस्याएं आ रही होंगी तो उससे भी प्रशासन को अवगत कराया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि पाइप लाइन डालते समय जो रोड खराब हुई है उनके रीस्टोरेशन का कार्य में विभाग द्वारा जल्द से जल्द संपन्न कराया जाए। ग्राम स्तर पर क्षेत्रीय प्रतिनिधियों एवं जल समितियों की भागीदारी भी जल जीवन मिशन के सफल क्रियान्वयन के लिए सुनिश्चित की जाए।
जनभागीदारी से एकत्रित की जाए ग्राम पंचायतों से 10 प्रतिशत राशि – कलेक्टर श्री सिंह
कलेक्टर श्री मनीष सिंह ने कहा कि जल जीवन मिशन के सफल क्रियान्वयन के लिए केंद्र सरकार के निर्देशों के अनुरूप ग्राम पंचायतों से जनभागीदारी के माध्यम से 10 प्रतिशत राशि एकत्रित की जानी है। इस दिशा में भी उचित कार्यनीति तैयार कर उक्त राशि को जल्द से जल्द जमा कराया जाए इसकी जिम्मेदारी संबंधित असिस्टेंट इंजीनियर एवं सब इंजीनियर की रहेगी। उन्होंने कहा कि सम्पवेल के निर्माण के दौरान इस बात का आवश्यक रूप से ध्यान दिया जाए कि वहां किसी भी तरह का लीकेज या सीवरेज ना हो। उन्होंने आंगनवाड़ी एवं स्कूलों में पेयजल व्यवस्था सुनिश्चित कराने के लिए जिला पंचायत सीईओ श्री हिमांशु चंद्र की अध्यक्षता में समिति गठित करने के निर्देश दिए। उन्होंने जिला पंचायत सीईओ श्री हिमांशु चंद्र को गांव में लगे नल कनेक्शन के आसपास किचड़ की समस्या से निवारण के लिए मनरेगा योजना के तहत सोक पिट बनाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मिशन के क्रियान्वयन के दौरान पानी की क्वालिटी की जांच एवं निगरानी संबंधी गतिविधियों को भी सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए।
47 गांवों में स्थापित किया गया शत-प्रतिशत नल जल कनेक्शन
कार्यपालन यंत्री श्री उदिया ने बताया कि जल जीवन मिशन के अंतर्गत जिले के इंदौर, सांवेर, देपालपुर एवं महू विकासखंड में कुल 47 गांव में शत-प्रतिशत नल कनेक्शन स्थापित किए जा चुके हैं। इनमें से 37 गांव में टंकी के माध्यम से जल प्रदाय प्रारंभ किया गया है। उन्होंने बताया कि अभी तक लगभग 56 हजार घरों में नल कनेक्शन के माध्यम से पेयजल व्यवस्था प्रदान की जा रही है। कार्यपालन यंत्री श्री उदिया ने बताया कि जिले के ग्रामों में कुल 1083 स्कूल में से 958 स्कूल में पेयजल व्यवस्था का कार्य पूर्ण कर दिया गया है तथा शेष स्कूलों में कार्य प्रगतिरत है।
इसी तरह कुल 718 आंगनवाडियों में से 621 आंगनवाडियों में पेयजल व्यवस्था का कार्य पूर्ण कर दिया गया है, शेष आंगनवाडियों में भी कार्य को जल्द से जल्द पूर्ण किया जाएगा। जिले के सभी ग्रामों में जल जीवन मिशन के तहत किए जाने वाले नल कनेक्शन का कार्य मार्च 2022 तक पूर्ण कर लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि पूर्व बैठकों में समिति द्वारा मिशन के अंतर्गत कुल 569 योजना का अनुमोदन किया गया था। उक्त 569 योजनाओं में कुल 241 उच्चस्तरीय टंकी प्रस्तावित है जिनमें 48 टंकियों का निर्माण कार्य पूर्ण किया जा चुका है।
इसी तरह 481 सम्पवेल में से 298 सम्पवेल एवं 109 पंपहाउस का निर्माण कार्य पूर्ण किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि जल जीवन मिशन के तहत कुल 2135 किलोमीटर पाइप लाइन प्रस्तावित है, जिसमें से कुल 2085 किलोमीटर पाइप लाइन प्राप्त की जा चुकी है तथा 1434 किलोमीटर पाइप लाइन बिछाई जा चुकी है।