भारत में कोरोना वायरस का संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है. बीते पांच दिनों में एक्टिव केस में करीब एक लाख से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है. इसी बीच एक हैरान कर देने वाली बात सामने आ रही है. दरअसल, लगातार बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच डबल म्यूटेंट वेरिएंट होने की पुष्टि की गई है. अब विशेषज्ञ आशंका जता रहे है कि यह डबल म्यूटेशन इंफेक्शन की दर और तेज कर सकता है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि “देश के 18 राज्यों में कई वेरिएंट ऑफ कन्सर्न (VoC) पर गए. यानी वायरस के कई अलग-अलग रूप देखे गए. इन तमाम प्रकारों के बीच डबल म्यूटेंट वेरिएंट भी है. जीनोम सीक्वेंसिंग के दौरान इसका पता लगने के बाद से चिंता जताई जा रही है कि कहीं तेजी से दर बढ़ने की वजह यही वेरिएंट तो नहीं.”
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि फ़िलहाल यह वेरिएंट महाराष्ट्र से जांच के लिए भेजे गए सैम्पल्स में से 20% में मिला है. दूसरी ओर महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण के मामलें लगातार बढ़ते जा रहे हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय लगातार ये कह रहा है कि अब संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है.
डबल म्यूटेंट क्या है?
बता दें कि ये वायरस का वह रूप है, जिसके जीनोम में दो बार बदलाव हो चुका है. वैसे वायरस के जीनोमिक वेरिएंट में बदलाव होना आम बात है. दरअसल वायरस खुद को लंबे समय तक प्रभावी रखने के लिए लगातार अपनी जेनेटिक संरचना में बदलाव लाते रहते हैं ताकि उन्हें मारा न जा सके. ये सर्वाइवल की प्रक्रिया ही है, जिसमें जिंदा रहने की कोशिश में वायरस रूप बदल-बदलकर खुद को ज्यादा मजबूत बनाते हैं. ये ठीक वैसा ही है, जैसे हम इंसान भी खुद को बेहतर बनाने के लिए कई नई चीजें सीखते और आजमाते हैं. बस वायरस भी इसी फॉर्मूला पर काम करता है.