आईआईएमइंदौर का उद्देश्य सदैवसामाजिक रूप से संवेदनशील और जागरूक होना है; और संस्थान में ‘Paws at Planet-I’ इसीउद्देश्य को साबित करता है । परिसर में मौजूद और आस-पास के आवारा श्वानोंकी सुरक्षा के उद्देश्य से, आईआईएमइंदौर ने एक डॉग शेल्टर का निर्माण करने और वहां मौजूद हर श्वान की देखभाल करने की पहल की शुरुआत दो साल पहले की थी । आज, यहाँ30 से अधिक श्वान और नन्हे पिल्ले भी हैं, जिन्हें अडॉप्ट भी किया जा सकता है ।
इसी पहल के अंतर्गतसंस्थान ने 20 जनवरी, 2021 को एक डॉग-वैक्सीनेशन कैंप आयोजित किया, जिसमें इस शेल्टर के सभी श्वानों सहित आईआईएम इंदौर के समुदाय सदस्यों के पालतू श्वानोंकीनि: शुल्क स्वास्थ्य जांच और एक एंटी-रेबीज टीकाकरण किया गया। डॉ. कुलदीप सिंह (पैनेशिया पेट क्लीनिक) ने इस शिविर को आयोजित किया और कुछ दवाएं और शैंपू भी प्रदान किए; और सभी श्वानों के डी-वोर्मिंग के लिए भी टीके लगाए ।
‘आईआईएम इंदौर प्रकृति प्रेमी समुदाय है और हम पर्यावरण और सभीप्राणियों की रक्षा के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं। हमने दो साल पहले परिसरमें डॉग शेल्टर-Paws at Planet-I की स्थापना की थी।संस्थान के सभीपशु-प्रेमी सदस्य न केवल इन श्वानों की देखभाल करते हैं बल्कि उनकी देखभाल के लिए हर संभव कदम उठाते हैं। अब तक, 10 से अधिक श्वानों और नन्हें पिल्लों को सफलतापूर्वक अडॉप्ट भी करवाया जा चुका है ‘, प्रोफेसर हिमाँशु राय, निदेशक, आईआईएम इंदौर ने कहा। उन्होंने बताया कि इनमें से कुछ श्वानोंको संस्थान के मुख्य द्वार के पास सुरक्षा उद्देश्यों के लिए प्रशिक्षित किया गया है। प्रोफेसर राय ने हाल ही में इसी डॉग शेल्टर में15 डॉग हाउस भी दान किए थे – यह सुनिश्चित करने के लिए कि किसी भी मौसम में श्वानों को परेशानी न आए।
Paws at Planet-I नियमित रूप से इस तरह के डॉग कैंप आयोजित करता है और इससे पहले भी डॉ. पवन महेश्वरी ने स्पे औरन्यूटर कैंप का आयोजन किया था। डॉ. हेमंत मेहता भी नियमित रूप से डॉग शेल्टर कंसल्टेशन के लिए आते हैं ।’, प्रोफेसर स्नेहा थपलियाल, फैकल्टी, आईआईएम इंदौर ने कहा। हम उन श्वानोंको भी प्रामाणिक और पूर्ण उपचार प्रदान करते हैं जो बीमार हो जाते हैं। हम यह सुनिश्चित करते हैं कि इन सभी श्वानों को अच्छी तरह से खिलाया जाए, उचित आहार मिले और वे स्वस्थ हों, तूलिका सिंह, स्टाफ, आईआईएम इंदौर ने बताया; जो श्वानोंकी देखभाल करने में सक्रिय हैं ।
संस्थान के हर श्वान को न केवल एक नाम दिया जाता है, बल्कि हर दिन समुदाय के सदस्य उन्हें टहलाने भी ले जाते हैं । ‘परिसर के ‘डॉग लवर्स’ इन श्वानों के लिए खिलौने भी लाते हैं और सुनिश्चित करते हैं कि ये न केवल शारीरिक रूप से फिट रहें, बल्कि खुश भी रहें। हमें नीरज भैया और राहुल भैया जैसे डॉग-शेल्टर स्वयंसेवकों को देखकर खुशी होती है जो इन श्वानों से प्यार करते हैं और उन्हें सहज महसूस कराने में कोई कसर नहीं छोड़ते हैं। ‘, पूजा बत्रा, एफपीएम पार्टिसिपेंटने कहा । संस्थान इन श्वानों का जन्मदिन भी मनाता है और इंदौर और आसपास के क्षेत्रों में इनकेअडॉप्शन के लिए लगातार प्रयास कर रहा है। टीम यह सुनिश्चित करती है कि अडॉप्ट किया गया श्वान अपने नए परिवार के साथ खुश है और इसके लिए वे नए परिवार से लगातार संपर्क में भी रहते हैं ।
कैंप में कुल 32 श्वानोंको टीका लगाया गया और 4 नन्हें श्वानअभी अडॉप्ट भी किये जा सकते हैं। एडॉप्शन के लिए आईआईएम इंदौर के Paws at Planet-I के सोशल मीडिया पेज पर संपर्क किया जा सकता है ।