दिवाली हिन्दू धर्म का सबसे प्रमुख त्योहार में से एक है। इस त्योहार को सभी लोग बड़े ही धूमधाम से मानते है। हर कोई इस त्योहार का इंतजार बड़े ही बेसब्री से करता है। लेकिन इस बार सभी त्योहार एक महीना लेट आ रहे है। इस बार दिवाली 14 नवंबर को मनाई जाएगी। जैसा की आप सभी को पता है ये त्योहार 5 दिन तक मनाया जाता है। जो धनतेरस से भाई दूज तक चलता है। इस त्योहार को अंधकार पर प्रकाश की विजय का त्योहार माना जाता है। क्योंकि दिवाली के दिन ही श्रीराम अयोध्या लौटे थे। तब पूरी अयोध्या को दीपों से सजाया गया था।
वहीं ये त्योहार हर साल कार्तिक मास की अमावस्या के दिन आता है इस दिन पूरे विधि विधान से मां लक्ष्मी और श्रीगणेश की पूजा की जाती है। दीपदान, धनतेरस, गोवर्धन पूजा, भैया दूज जैसे त्योहार दिवाली के साथ-साथ ही मनाए जाते हैं। लेकिन ऐसे में लोगों की कामना होती है कि उनके घर लक्ष्मी का आगमन हो। साथ ही उनके पास धन की कोई कमी ना हो। ऐसे में आज हम आपको कुछ ऐसी वास्तु की टिप्स बताने जा रहे हैं जिसको करने से आपको कभी भी धन संबंधी परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा। तो चलिए जानते हैं उन वास्तु टिप्स के बारे में –
1 आर्थिक समृद्धि – दिवाली के दिन आप अपने घर के ईशान कोण और उत्तर दिशा को साफ, स्वच्छ, खुला और हल्का रखें। माना गया है ऐसा करने से आर्थिक समृद्धि की प्राप्ति होती। जानकारी के लिए बता दे उत्तर-पूर्व की दिशा को ईशान कोण कहा जाता है।
2 सुख-शांति – माना गया है कि घर के ईशान कोण और उत्तर दिशा में कूड़ा-कचरा या फिर अनावश्यक सामान रखा है घर की सुख समृद्धि खत्म हो जाती है। इसलिए दिवाली से पहले उसको हटा दें। क्योंकि ऐसा करने से धन का मार्ग खुलता है और घर में सुख व शांति का भी वास होता है।
3 धन-धान्य – बता दे, दिवाली के पहले ही आप अपने घर के पूर्व या फिर उत्तर दिशा के बीच हल्के और कम ऊंचाई के हरे पौधे रख दें। माना गया है कि ऐसा करने से घर में कभी धन-धान्य की कमी नहीं होती है।
4 धन की प्राप्ति – बता दे, धनतेरस से दीपावली तक आप अपने घर के ब्रह्मस्थान यानी केंद्र को साफ-सुथरा व खुला रखें। ऐसा माना गया है कि ऐसा करने से धन की प्राप्ति होती है।
5 आय और धन वृद्धि – दिवाली आने से पहले घर में थोड़ा परिवर्तन जरूर करें। साथ ही वास्तु के अनुसार दिवाली के दिन उत्तर दिशा में दर्पण लगाएं। इस दिशा में दर्पण लगाने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार बढ़ता है, जिससे आय और धन में वृद्धि होती है।