संभागायुक्त डॉ. शर्मा ने कोरोना से बचाव हेतु किए जा रहे प्रयासों कि समीक्षा की

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संभागायुक्त इंदौर डॉ. पवन कुमार शर्मा ने गुरूवार को पुलिस महानिरीक्षक विवेक शर्मा के साथ खंडवा पहुंचकर कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में अधिकारियों की बैठक लेकर जिले में कोरोना संक्रमण की रोकथाम तथा कोरोना संक्रमित मरीजों के उपचार के लिए की गई व्यवस्थाओं की विस्तार से समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने खण्डवा जिला प्रशासन द्वारा बेहतर रणनीति व कार्य योजना बनाकर कोरोना संक्रमण की रोकथाम के प्रयासों की सराहना की। बैठक में कलेक्टर अनय द्विवेदी ने पावर पाईंट प्रजेन्टेशन के माध्यम से अब तक कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए बनाए गए अधिकारी कर्मचारियों के दलों के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। बैठक में पुलिस महानिरीक्षक विवेक शर्मा, पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह, अपर कलेक्टर नंदा भलावे कुशरे, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी रोशन कुमार सिंह, एसडीएम हरसूद डॉ. परीक्षित झाडे सहित विभिन्न अधिकारीगण मौजूद थे। संभागायुक्त डॉ. शर्मा ने बैठक में निर्देश दिए कि नागरिकों को फेस मास्क लगाने तथा सोशल डिस्टेंसिंग के प्रावधानों का सख्ती से पालन करने की समझाइश देकर जागरूक किया जायें। उन्होंने कहा कि सोशल डिस्टेंसिंग के प्रावधानों व प्रतिबंधात्मक आदेशों का जो उल्लंघन करें उनके विरूद्ध कार्यवाही की जाये।
कलेक्टर द्विवेदी ने बैठक में बताया कि वर्तमान में जिले में कुल 97 कन्टेन्मेंट जोन सक्रिय रूप से कार्य कर रहे है। इन क्षेत्रों में 3 शिफ्टों में अधिकारी कर्मचारियों की ड्यूटी लगाकर प्रतिबंधात्मक आदेशों का पालन कराया जा रहा है, ताकि कोरोना संक्रमण बढ़ने की आशंका न रहे। उन्होंने बताया कि जिले में लॉकडाउन इन्फोर्समेंट टीम, सपोर्ट टीम, रेपिड रिस्पोंस टीम, स्टेटिक पैरामीटर, मोबाइल मेडिकल टीम, इन्सेंट मेडिकल चैकअप टीम, होम क्वारेंटीन टीम, सुपरवाइजर्स टीम सहित विभिन्न दल गठित कर कोविड-19 संबंधी व्यवस्थाओं की मॉनिटरिंग नियमित रूप से की जा रही है। कलेक्टर द्विवेदी ने बैठक में बताया कि जिले में जुकाम, खांसी, बुखार के लक्षण वाले मरीजों को चिन्हित करने के लिए मेडिकल स्टोर्स, पैथोलॉजी लेब, प्रायवेट क्लीनिक्स जाने वाले मरीजों की जानकारी प्रतिदिन निर्धारित प्रारूप में आ रही है और इन मरीजों को क्वारेंटाइन कर इनके सेम्पल भी लिए जा रहे है, जिनमें अनेकों पॉजिटिव मरीज चिन्हित किए गए है।
कलेक्टर द्विवेदी ने बताया कि कन्टेन्मेंट जोन में नागरिकों के आवागमन को सख्ती से रोका जाता है तथा संक्रमित व्यक्ति के परिवारजनों को होम क्वारेंटीन किया जाता है। इन परिवारों को दूध, दवा, सब्जी, फल जैसी अति आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराने के लिए सपोर्ट टीम मदद करती है। उन्होंने बताया कि नियमित रूप से यात्रा करने वाले लोगों को चिन्हित कर लिया गया है, उनके सेम्पल समय समय पर लिए जाते है। कलेक्टर द्विवेदी ने बताया कि जिन घरों में होम क्वारेंटीन होने के लिए पर्याप्त स्थान नहीं है, उन परिवारों को संस्थागत क्वारेंटीन सेंटर में रखकर उनके खाने पीने की व्यवस्था भी जिले में की जा रही है। उन्होंने बताया कि बाजार में बिना फेस मास्क के आने जाने वाले लोगों पर अर्थदण्ड लगाया जा रहा है। यह कार्य प्रशासनिक मोबाइल यूनिट के माध्यम से सम्पन्न हो रहा है। कलेक्टर द्विवेदी ने बैठक में कहा कि बैंक शाखाओं के प्रबंधकों को निर्देश दिए गए है कि उनकी शाखाओं में सोशल डिस्टेंसिंग का सख्ती से पालन कराया जायें, जिन बैंक शाखाओं के बाहर सोशल डिस्टेंसिंग के प्रावधानों का उल्लंघन पाया जायेगा उन बैंक शाखाओं के प्रबंधकों पर भी अर्थदण्ड लगाया जायेगा। उन्होंने बताया कि जिले के सीमावर्ती क्षेत्रों में कुल 17 स्थानों पर बेरियर लगाकर आने जाने वाले यात्रियों की मॉनिटरिंग की जा रही है।