इंदौर। संभागायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा एवं आईजी राकेश गुप्ता ने आगामी त्योहारों को दृष्टिगत रखते हुए इंदौर संभाग में शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने हेतु गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संभागीय समीक्षा बैठक ली। बैठक में संभाग के सभी जिलों के कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक उपस्थित रहे। संभागायुक्त डॉ. शर्मा एवं आईजी गुप्ता ने सभी अधिकारियों से कानून व्यवस्था बनाए रखने हेतु तैयार की गई कार्य नीति के संबंध में विस्तृत रूप से चर्चा की एवं आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए।
संवेदनशील क्षेत्रों में इंस्टॉल किए जाएंगे सीसीटीवी कैमरा
संभागायुक्त डॉ. शर्मा ने कहा कि सभी जिलों के कलेक्टर शांति समिति की बैठक के साथ-साथ संबंधित क्षेत्रों के धर्मगुरुओं तथा विभिन्न समाजों के प्रबुद्ध जनों के साथ नियमित रूप से बैठक लें। सभी जिलों के संवेदनशील स्थान चिन्हित किए जाएं और किसी भी तरह का जुलूस उन स्थानों से ना निकले, उसके पूर्ण प्रयास किए जाएं। यदि कोई भी जुलूस किसी संवेदनशील क्षेत्र से निकल रहा है तो उस क्षेत्र को सीसीटीवी कैमरा से कवर किया जाए। जुलूस का रूट चार्ट पहले से ही तैयार कर लिया जाए। जुलूस में लोगों की संख्या तथा उसका समय सीमित किया जाए ताकि किसी भी तरह की सांप्रदायिक हिंसा की रोकथाम की जा सके।
संभागायुक्त डॉ. शर्मा ने कहा कि सीसीटीवी कैमरा के साथ-साथ ऐसे क्षेत्र जहां ज्यादा अंधेरा रहता है वहां पर लाइटिंग की भी व्यवस्था की जाए। कार्यपालक दंडाधिकारी लगातार ऐसे क्षेत्रों के भ्रमण पर रहे। प्रशासनिक तथा पुलिस अधिकारी पूरे समन्वय के साथ कानून व्यवस्था बनाए रखने में अपना सहयोग दें। धर्म गुरुओं के माध्यम से लोगों को सांप्रदायिक सौहार्द्र बनाने के लिए प्रेरित किया जाए। सोशल मीडिया पर किसी तरह की भ्रामक पोस्ट ना हो इसकी सतत मॉनिटरिंग की जाए एवं असामाजिक तत्वों को भी नियंत्रित करने का प्रयास किया जाए। उन्होंने कहा कि मौके पर पर्याप्त फायर ब्रिगेड की गाड़ी एवं एंबुलेंस की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाए। सभी अधिकारियों द्वारा आमजनों की सुरक्षा हेतु पुख्ता इंतजाम बनाएं रखे जाएं।
थानावार बनाया जाए इंटेलिजेंस नेटवर्क
आईजी गुप्ता ने कहा कि त्योहारों पर कानून एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए दो प्रकार से तैयारी करना आवश्यक है पहली त्योहारों के पूर्व और दूसरी त्योहार के दिन। जिसमें त्योहार के पूर्व की गई तैयारी अधिक महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि सभी कलेक्टर एवं पुलिस अधिकारी जुलूस के आयोजकों से पूर्व में ही चर्चा कर ले। इंटेलिजेंस कलेक्शन पर विशेष रूप से ध्यान दिया जाए। ऐसे क्षेत्र जहां पहले भी विवाद हुए हैं उन स्थानों को चिन्हित कर वहां के प्रबुद्ध जनों एवं आयोजकों से चर्चा कर जरूरी व्यवस्थाएं सुनिश्चित कर ली जाए। यह इंटेलिजेंस नेटवर्क हर थाना क्षेत्र में बनाया जाए। पुलिस बल पर्याप्त रूप में उपस्थित रहे इस पर भी ध्यान दिया जाए। उन्होंने कहा कि जरूरी घोषणा हेतु मोबाइल वाहन जिला हेडक्वार्टर एवं संवेदनशील क्षेत्रों में नियुक्त किया जाए।