मध्य प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव 2023 के आसपास पहुंचते ही, भाजपा के साथ ही कांग्रेस ने भी अपने आदर्शवादी वर्गों को उत्तराधिकारी बनाने की कवायद शुरू कर दी है। पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के प्रमुख नेता दिग्विजय सिंह आज से बैरसिया विधानसभा में धार्मिक पैदल परिक्रमा का आयोजन करेंगे। उन्हें गुर्जर समुदाय के प्रतिष्ठित भगवान देवनारायण के मंदिर की परिक्रमा करने का आदर्श दिया गया है। बैरसिया के गांव देव बरखेड़ी में यह प्रसिद्ध मंदिर स्थित है।
पूर्व मुख्यमंत्री का यह पैदल यात्रा सुबह 12:30 बजे आरंभ होगा, जिसमें वे अपने सहयोगियों के साथ 11 किलोमीटर की पैदल यात्रा करेंगे। इस समय वे गुर्जर समुदाय के वोटों को प्राप्त करने के लिए अपनी प्रयासरत होंगे, जिनमें बैरसिया विधानसभा में करीब 50 हजार गुर्जर वोटर शामिल हैं। इसके साथ ही प्रदेश के करीब 12 विधानसभा सीटों पर भी गुर्जर समुदाय का महत्वपूर्ण योगदान है। बड़ी संख्या में श्रद्धालु भगवान देवनारायण के दर्शन के लिए अधिक मास के दौरान पैदल करके देव बरखेड़ी पहुंचते हैं।
गुर्जर समुदाय ने हाल ही में चेतावनी दी थी कि यदि उन्हें विधानसभा चुनाव में उचित तरीके से प्रतिनिधित्व नहीं मिलता, तो वे एकजुट होकर गुर्जर समुदाय के हितों की रक्षा के लिए कठोर निर्णय करेंगे। रतलाम में हुए गुर्जर सम्मेलन में गुर्जर आरक्षण समिति अध्यक्ष विजय बैंसला ने व्यक्त किया था कि वे चाहते हैं कि गुर्जर समुदाय को उनके आदर्शवादी वर्गों का सही नेतृत्व मिले और वे अपने अधिकारों की रक्षा कर सकें।
इन सीटों पर हार जीत में अहम भूमिका
गुर्जर समुदाय की जनसंख्या मध्य प्रदेश में करीब 35 लाख है और वे ग्वालियर-चंबल संभाग के कई सीटों पर अपने प्रतिनिधित्व की दिशा में सक्रिय हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में वे कांग्रेस से 20 सीटों के लिए टिकट की मांग कर चुके थे। बैंसला ने उद्घाटन सम्मेलन में स्पष्ट किया था कि वे गुर्जर समुदाय के हितों की रक्षा के लिए नेतृत्व प्राप्त करना चाहते हैं, चाहे वो सरकार में हों या विपक्ष में।