इंडेक्स अस्पताल में ब्लैक फंगस के केसेस में डायग्नोस्टिक एंडोस्कोपिक सर्जरी हुई शुरू

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इंदौर। कोविड- 19 की दूसरी लहर के बीच ब्लैक फंगस के बढ़ते मामलों ने चिंता बढ़ा दी है। देश के कई हिस्सों में इसके मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हुई है। ब्लैक फंगस की चिंता को दूर करने के लिए इंडेक्स अस्पताल में विशेषज्ञों की स्पेशल टीम बनाई गई है, जो कि इसका इलाज यूनिवर्सल प्रोटोकॉल के तहत कर रही है। इसी के तहत इंडेक्स ग्रुप के चेयरमैन सुरेश सिंह भदौरिया द्वारा निर्देशित इंडेक्स अस्पताल में ब्लैक फंगस केसेस में डायग्नोस्टिक एंडोस्कोपिक सर्जरी की शुरुआत हुई। इसी तरह के बेहतर ट्रीटमेंट से अब तक कई मरीजोंको इंडेक्स अस्पताल से स्वास्थ्य लाभ मिल चुका है।

वैक्सीन की नोडल अधिकारी डॉ दीप्ति सिंह हाड़ा ने बताया कि इंदौर के इंडेक्स मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल में म्यूकोर मायकोसिस के स्क्रीनिंग तथा डायग्नोसिस के लिए अस्पताल में भर्ती मरीज कला बाई की डायग्नोस्टिक एंडोस्कोपिक सर्जरी (दूरबीन द्वारा नाक की जांच) तथा बायोप्सी अस्पताल के नाक, कान, गला रोग विभाग के प्रोफेसर तथा हेड डॉ नवीन अग्रवाल, डॉ अवनिंदर नय्यर (निश्चेतना विभाग) के मार्गदर्शन में डॉ प्रिया शर्मा, डॉ पारुल परमार द्वारा की गई। इस दौरान डॉ इरफान, डॉ प्रियांक, डॉ नीलेश, सुनील पटेल, कुंदन शर्मा भी उपस्थित थे। असिस्टेंट मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ अजय सिंह ठाकुर ने कहा कि इंडेक्स की इस पहल से मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य लाभ मिलेगा। इंडेक्स कॉलेज के एडिशनल डायरेक्टर आरसी यादव ने कहा कि इंडेक्स अस्पताल के कोरोना वॉरियर्स अपने मरीजों के अच्छे स्वास्थ्य के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं।

डॉ अवनिंदर नय्यर (कोविड कंसलटेंट इंडेक्स अस्पताल) ने बताया कि ब्लैक फंगस बीमारी कोविड के साथ ही नॉन कोविड मरीजों को भी अपनी गिरफ्त में ले रहा है। ब्लैक फंगस जिन परिस्थितियों में पनपता है जैसे – हाई ब्लड शुगर, लो इम्यूनिटी, हाई ज़िंक की मात्रा आदि कोविड मरीजों में पाए जाते है। ऐसे में जरूरी है कि मरीज को जल्द से जल्द बेहतर इलाज उपलब्ध हो जाए। इंडेक्स अस्पताल में मरीज कला बाई की डायग्नोस्टिक एंडोस्कोपिक सर्जरी द्वारा डिवराइडमेंट की गई और वो सैंपल इंडेक्स अस्पताल पैथोलॉजी डिपार्टमेंट में भेजा गया। ड्यूटी पर मौजूद पैथोलॉजिस्ट डॉ पवन भंबानी ने सैंपल की जांच की। सभी कोविड वर्कर से मेरा निवेदन है कि जल्द निदान और तुरंत इंटरवेंशन पर फोकस करें ताकि हम अधिक से अधिक लोगों की जान बचा सके।