लोकसभा चुनाव में बीजेपी और महागठबंधन को कम सीटें मिलने की जिम्मेदारी उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस ने स्वीकार की। देवेंद्र फड़णवीस ने शीर्ष नेतृत्व से उन्हें उपमुख्यमंत्री पद से मुक्त करने का अनुरोध किया है।
लोकसभा चुनाव के परिणाम से बीजेपी को बड़ा झटका लगा हैं वही इस बार महाराष्ट्र समेत कई राज्यों में बीजेपी को नुकसान का सामना करना पड़ा हैं। वही अगर महाराष्ट्र की बात करे तो राज्य में 2019 के चुनावों में एनडीए के पास महाराष्ट्र में 41 सीटें थीं। लेकिन इस बार महाराष्ट्र में बीजेपी को 2024 के चुनावों में 17 सीटों पर ही संतोष करना पड़ा। राज्य में बीजेपी को कम सीट मिलने के बाद आज महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई।
देवेन्द्र फड़णवीस ने क्या कहा?
देवेन्द्र फड़णवीस ने कहा, बीजेपी कार्यकर्ताओं ने बहुत अच्छा काम किया है। हार की सारी जिम्मेदारी मेरी है। देवेन्द्र फडनवीस सारी जिम्मेदारी स्वीकार कर रहे हैं। अब मैं असेंबली से बाहर जाना चाहता हूं।’ मैं निवेदन करने जा रहा हूं कि मुझे केंद्र की जिम्मेदारियों से रिहा कर दिया जाये। अगर मैं पार्टी के बाहर से भी पार्टी के लिए काम करता रहूँगा। लेकिन अब मैं अपना पूरा ध्यान विधानसभा पर केंद्रित करना चाहता हूं।”
‘उम्मीद से बहुत कम सीटें मिली’
महाराष्ट्र में महागठबंधन को अपेक्षित सफलता नहीं मिली और उम्मीद से बहुत कम सीटें मिली। महाराष्ट्र में हमारी लड़ाई सिर्फ महाविकास अघाड़ी से नहीं थी, बल्कि नैरेटिव से भी थी। एक नैरेटिव बनाया गया कि संविधान बदल दिया जाएगा। हम इस आख्यान को रोक नहीं सके। देवेन्द्र फड़णवीस ने कहा कि हम इसका जवाब नहीं दे सके, इसका असर हम पर हुआ।
‘उड़ीसा में पहली बार बीजेपी के नेतृत्व में सरकार’
लोकसभा चुनाव के नतीजे कल आये हैं। मैं देशभर के भाजपा कार्यकर्ताओं को धन्यवाद देता हूं। पंडित नेहरू के बाद एक बार फिर जनता ने मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने का आशीर्वाद दिया हैं। उड़ीसा में पहली बार बीजेपी के नेतृत्व में सरकार बन रही हैं। बीजेपी और एनडीए के सहयोगी दल सरकार बनाएंगे।