उज्जैन 23 अगस्त। सोमवार को कलेक्टर आशीष सिंह ने सिंहस्थ मेला कार्यालय के सभाकक्ष में महाकालेश्वर मन्दिर और स्मार्ट सिटी विकास योजना की समीक्षा बैठक ली। कलेक्टर ने कहा कि भगवान महाकालेश्वर मन्दिर के विकास योजनाओं पर आधारित एक वीडियो तैयार किया जायेगा, जिसमें मन्दिर परिसर, पार्किंग आदि से सम्बन्धित प्रस्तावित योजनाओं के बारे में जानकारी दी जायेगी। उक्त वीडियो जारी कर जनप्रतिनिधियो , गण्यमान नागरिकों और आमजन से मन्दिर के विकास और इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलप करने के लिये सुझाव लिये जायेंगे।
बैठक में जानकारी दी गई कि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अन्तर्गत आने वाले समय में महाराजवाड़ा से नन्दी हाल तक भगवान महाकालेश्वर के दर्शन हेतु अण्डरपास का प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है ।
कलेक्टर ने कहा कि मन्दिर प्रशासन की तरफ से तैयार किये जाने वाले वीडियो में रूद्र सागर में पानी लाये जाने के लिये नृसिंह घाट पर पम्पिंग स्टेशन बनाये जाने तथा सीवर लाइन डलवाये जाने की योजना को भी शामिल किया जाये। बैठक में महाकालेश्वर अन्नक्षेत्र, प्रवचन हाल और धर्मशाला को भी शिफ्ट किये जाने पर चर्चा की गई । इसके अलावा महाकालेश्वर मन्दिर के आन्तरिक विकास योजना के बारे में पावर पाइन्ट प्रजेंटेशन के माध्यम से जानकारी दी गई तथा ‘मृदा’ फेज-1 के बारे में विस्तारपूर्वक बताया गया।
महाकालेश्वर मन्दिर के समीप स्थित फेसेलिटेशन सेन्टर, वीआईपी इंट्री, प्रांगण का विस्तारीकरण और नागचंद्रेश्वर के लिये हाइड्रोलिक्स की प्रस्तावित योजना की चर्चा की गई ।
महाकालेश्वर मन्दिर के सामने वाले मार्ग के चौड़ीकरण किये जाने पर बैठक में विचार-विमर्श किया गया। मन्दिर के समीप स्थित शासकीय चिकित्सालय को अन्यत्र शिफ्ट किये जाने और उस स्थान की लैंडस्केपिंग किये जाने, बेगमबाग स्थित सरस्वती शिशु मन्दिर के समीप से रोड निकाले जाने, स्कूल को अन्यत्र शिफ्ट किये जाने, महाराजवाड़ा को हेरिटेज धर्मशाला के रूप में विकसित किये जाने पर चर्चा की गई।
बैठक में पार्किंग की व्यवस्था पर चर्चा के दौरान इन्दौर तरफ से आने वाले वाहनों को महाकालेश्वर मन्दिर के पीछे से इंट्री करवाये जाने तथा उज्जैन लोकल से आने वाले वाहनों की इंट्री सामने से कराये जाने पर चर्चा की गई । कलेक्टर ने कहा कि महाकालेश्वर मन्दिर के विकास के सुझाव प्राप्त करने के लिये जारी किये जाने वाले वीडियो के आखिर में मन्दिर के विकास के लिये दान करने की अपील भी की जाना चाहिए। बैठक में नगर निगम आयुक्त क्षितिज सिंघल, धर्मेन्द्र वर्मा, महाकालेश्वर मन्दिर प्रबंध समिति के प्रशासक एसएस रावत, टीएनसीपी और स्मार्ट सिटी की टीम के अधिकारी मौजूद थे।