नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में हाई सिक्यूरिटी वाले इलाके राष्ट्रपति भवन के पास की एक तस्वीर सामने आई है। दरअसल, राष्ट्रपति भवन के पास मानसिक रोगी एक महिला नग्न घूमती नजर आई। संवेदनहीन भीड़ नग्न घूम रही महिला की तस्वीर उतारने में जुटी रही। जब इस बात की भनक पुलिस को लगी तो दिल्ली महिला आयोग की टीम ने महिला को कपड़े पहनाए और उसे लेकर पार्लियामेंट स्ट्रीट थाने ले गई।
घटना शुक्रवार शाम की बताई जा रही है। महिला के पास मिले आधार कार्ड से उसकी पहचान कंझावला इलाके की निवासी के तौर पर हुई है। लगभग 35 साल की एक महिला नग्न अवस्था में घूम रही थी। लोग उसकी फोटो खींचते रहे, लेकिन किसी ने उसका तन ढकने का प्रयास नहीं किया।
एक मीडियाकर्मी ने इसकी सूचना फोन कर दिल्ली महिला आयोग के जनसंपर्क अधिकारी और ओएसडी राहुल तहिल्यानी को दी। फोन पर पीआरओ को यह भी बताया गया कि महिला बेसहारा है और आसपास खड़े लोग महिला की आपत्तिजनक तस्वीरें भी खींच रहे हैं। राहुल ने मामले की जानकारी तुरंत डीसीडब्ल्यू अध्यक्षा स्वाति मालीवाल को दी।
डीसीडब्ल्यू अध्यक्ष के निर्देश पर आयोग की एक टीम मौके पर पहुंची और महिला को कपड़े पहनाकर पार्लियामेंट स्ट्रीट थाने लेकर गई। महिला के पास एक स्कूल बैग था, जिसमें कुछ किताबें और उसका आधार कार्ड था। महिला की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है, इसलिए वह ज्यादा कुछ नहीं बता पा रही थी। महिला के मुताबिक उसके दो बच्चे हैं। डीसीडब्ल्यू की टीम जब उसके पते पर पहुंची तो पता चला कि उसके बच्चे उसकी जेठानी के साथ रह रहे हैं।
महिला के पति की मृत्यु हो चुकी है। महिला के दोनों बच्चों के पालन-पोषण की जिम्मेदारी उसकी जेठानी ने ले ली थी लेकिन उसकी जिम्मेदारी लेने से मना कर दिया, जिसके बाद टीम पीड़िता को मानसिक रोगियों के अस्पताल IHBAS लेकर पहुंची।
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्षा स्वाति मालीवाल कहा, दुख होता है, जब लोग किसी मानसिक रोगी के साथ इस तरह का व्यवहार करते हैं। दिल्ली का दिल कहे जाने वाले राष्ट्रपति भवन इलाके में वह बेसहारा नग्न अवस्था में घूम रही थी। उन्होंने कहा कि महिला अब सुरक्षित है और उसका इलाज करवाया जा रहा है।