इंदौर : देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में एमबीए पेपर लीक कांड में एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने इस मामले में 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इनमें आइडलिक इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट इंदौर का कंप्यूटर ऑपरेटर दीपक सोलंकी और इसी कॉलेज के दो छात्र शामिल हैं।
पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि आरोपी दीपक सोलंकी (25 वर्ष) रंगवासा रोड पर रहता है। पुलिस पूछताछ में पता चला है कि दीपक ने ही छात्रों के साथ मिलकर पेपर लीक किया था। विभिन्न छात्र संगठनों ने इस पेपर लीक कांड के विरोध में प्रदर्शन किया था और विश्वविद्यालय प्रशासन को ज्ञापन सौंपा था। छात्रों ने आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई और मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की थी।
डीएवीवी प्रशासन का एक्शन:
छात्रों के दबाव और विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठा को ध्यान में रखते हुए, डीएवीवी प्रशासन ने तुरंत पुलिस को शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस आयुक्त इंदौर ने थाना प्रभारी छोटी ग्वालटोली इंदौर को तत्काल मामला दर्ज करने और आरोपियों को गिरफ्तार करने का निर्देश दिया। गठित जांच टीम ने सघन छानबीन करते हुए परीक्षा केंद्रों और छात्रों से पूछताछ की। तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर दीपक सोलंकी और उसके सहयोगियों को गिरफ्तार कर लिया गया।
क्या मिलेगा छात्रों को न्याय?
यह तो वक्त ही बताएगा कि इस पेपर लीक कांड में शामिल सभी आरोपियों को सजा मिल पाती है या नहीं। फिलहाल, पुलिस गिरफ्तार किए गए आरोपियों से पूछताछ कर रही है और मामले की गहन जांच जारी है। यह घटना शिक्षा व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा करती है। बार-बार होने वाले पेपर लीक से छात्रों का मनोबल टूट रहा है और शिक्षा का स्तर गिर रहा है।
हमें उम्मीद है कि डीएवीवी प्रशासन और पुलिस इस मामले में कड़ी कार्रवाई करेंगे और भविष्य में इस तरह की घटनाओं को दोबारा होने से रोकने के लिए ठोस कदम उठाएंगे।