DA HIKE 2024: केंद्र सरकार 1 फरवरी 2024 को अपना अंतरिम बजट पेश कर चुकी है। इस बजट में सरकार ने फिलहाल कोई बड़ा फैसला नहीं लिया है। आने वाले कुछ महीनों में लोकसभा चुनाव होने वाले है। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि केंद्रीय कर्मचारियों के लिए भी कोई बड़ी खुशखबरी मिल सकती है।
कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक माना जा रहा है कि होली से पहले कर्मचारियों का महंगाई भत्ता और मंहगाई राहत 46% से बढ़कर 50% हो सकता है। इसका प्रमुख कारण श्रम मंत्रालय द्वारा जारी जुलाई से दिसंबर तक के AICPI इंडेक्स के आंकड़े से लगाया गया है, यह आंकड़ें महंगाई भत्ते में वृद्धि का संकेत दे रहे है।
4 फीसदी से बढ़ सकता है डीए:
AICPI इंडेक्स के आंकड़े में वृद्धि को देख यह अनुमान लगाया जा रहा है कि केंद्र के कर्मचारियों और पेंशनरों को मार्च के महीने में एक बड़ी खुशखबरी मिल सकती है। कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक माना जा रहा है कि लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान और आचार संहिता लागू होने से पहले नई दरों का ऐलान सरकार द्वारा मार्च में किया जा सकता है।
खबर है कि केन्द्रीय कर्मचारियों के डीए में 4% से वृद्धि हो सकती है। फिलहाल केन्द्रीय कर्मचारियों का डीए 46% प्रतिशत है यदि महंगाई भत्ते में 4% से वृद्धि होती है तो डीए 50% तक पहुँच जाएगा। यह वृद्धि जनवरी महीने में देखने को मिलेगी और जून तक लागू रहेगी। जिसकी सहायता से कर्मचारियों की सैलरी में भारी उछाल देखने को मिलेगा। यदि महंगाई भत्ते में 4% से वृद्धि होती है तो इसका लाभ 48 लाख कर्मचारी और 68 लाख पेंशनर्स को मिलेगा।
साल में दो बार होता है महंगाई भत्ते में बदलाव:
केंद्र सरकार के द्वारा केन्द्रीय कर्मचारियों और पेंशनरों के महंगाई भत्ते और महंगाई राहत की दरों में संशोधन किया जाता है, यह संशोधन साल में दो बार किया जाता है। पहला जनवरी और दूसरा जुलाई के महीने में, यह संशोधन AICPI इंडेक्स के छमाही के आंकड़ों के आधार पर किया जाता है। जनवरी 2024 के महंगाई भत्ते में संशोधन AICPI इंडेक्स के जुलाई से दिसंबर 2023 के आकड़ों पर निर्भर रहेगा।
शून्य हो जाएगा महंगाई भत्ता:
अगर डीए 50% तक पहुँचता है तो कर्मचारियों की सैलरी रिवाइज होगी। क्यूंकि 7th Pay Commission के मुताबित डीए के रिविजन के नियमों को तय किया था। इसके अनुसार अगर डीए 50% तक पहुँचता है तो यह शून्य हो जाएगा। इस मौके पर 50% डीए को कर्मियों की मौजूदा बेसिक सैलरी में जोड़कर दिया जाएगा और डीए की गणना फिर से शून्य से शुरू होगी।