भोपाल। संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर ने कोविड काल में भोपाल स्थित राज्य संग्रहालय को पुन: खोलने की दृष्टि से आज निरीक्षण किया। दर्शकों द्वारा इसे पुन: खोलने की माँग की जा रही है। कोरोना काल के पहले संग्रहालय में प्रतिदिन लगभग 100 दर्शकों की आमद रहती थी।
संस्कृति मंत्री ने विभिन्न वीथिकाओं का भ्रमण करते हुए सदियों पुरानी दुर्लभ प्रतिमाओं, प्रागैतिहासिक एवं जीवाश्म, उत्खनित सामग्री, धातु प्रतिमा आदि के साथ सोशल डिस्टेंसिंग की दृष्टि से भी वीथिकाओं का मुआयना किया। ठाकुर और अधिकारियों ने कोरोना की ऐहतियातों और केन्द्र एवं राज्य शासन द्वारा जारी गाइड-लाइन्स पर चर्चा की। उप संचालक गीता सभरवाल और क्यूरेटर लोखण्डे ने मंत्री को संग्रहालय में हजारों वर्ष पुरानी बहुमूल्य मूर्तियों के बारे में जानकारी दी।
मंत्री ने कहा कि यदि संग्रहालय को दर्शकों के लिये पुन: आरंभ किया जाता है, तो इसे नियमित रूप से सेनेटाइज करने के साथ प्रवेश-द्वार पर भी सेनेटाइजर की व्यवस्था करें। दर्शकों को प्रवेश ई-टिकटिंग के माध्यम से टच-फ्री टिकिट उपलब्ध करायें। ठाकुर ने कहा कि एक दीर्घा में 10 से अधिक दर्शक न हों। प्रवेश के पूर्व दर्शकों, कर्मचारियों और अधिकारियों का इन्फ्रारेड थर्मामीटर से तापमान अनिवार्य रूप से चेक करें। संग्रहालय के द्वार पर फूट डिस्पेंसर सेनेटाइजर मशीन रखें। सभी कक्षों का क्रॉस वेंटीलेशन सुनिश्चित करें। संग्रहालय में पल्स ऑक्सोमीटर भी रखें। जिला प्रशासन द्वारा घोषित लॉकडाउन दिवस पर संग्रहालय बंद रखें।