- Cardio Pulmonary Resuscitation याने फेफड़े हृदय का संजीवनीकरण
हृदयगति रुकने के 3 से 4 मिनट हृदय को गति देने का प्रयास किया जा सकता है। सख्त जगह पर मरीज को लिटाकर दोनो हथेलियों को मिलाकर हृदय स्थान पर लगभग 2 इंच का हू दबाव देना, 30 दबाव के बाद 2 मुंह से श्वास। ऐसा एमब्यूलेंस आने तक करे। टीम वर्क है जो सभी को आना चाहिए। इसके पहले देख ले पेशेंट सिर्फ बेहोश तो नही। मुंह में चम्मच, मुंह से पानी ना पिलाए। व्यस्को में मृत्यु हृदय रुकने से, बच्चो में श्वास रुकने से होती है।
हृदय 60 वर्ष की औसत आयु में लगभग 2 अरब 50 करोड़ बार धड़कता है। अनेच्छिक मासपेशी से बना होता है जो निरंतर हमारी सेवा करता है। हमे भी हृदय का ध्यान रखना चाहिए, जिसके लिए जीवन शैली में बदलाव की महती आवश्यकता है।
अपोलो हॉस्पिटल की टीम के डा विनीत शर्मा ने उक्त बाते उपस्थित जनों को लाइव डेमो के दौरान समझाइए।
200 से अधिक पेशेंट्स, कार्यकर्ताओं की उपस्थिति में स्वागत श्री पुरुषोत्तम गुप्ता, श्री मनीषी श्रीवास्तव, श्री कमल सियाल, संजय चराते ने किया। संचालन डा संजय लोंढे ने किया।