कोरोना का “रामबाण”, पतंजलि ने लॉन्च की नई दवा

Share on:

योगगुरू बाबा रामदेव आज कुछ ही देर में कोरोना की नई दवाई लॉन्च करने वाले हैं। इसको लेकर पतंजलि द्वारा दावा किया गया है कि नई दवा साक्ष्यों पर आधारित है। इसके लॉन्च होने के मौके पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी भी मौजूद है। वहीं बाबा रामदेव ने कहा है कि हेल्थ के क्षेत्र में भारत आत्मनिर्भर और ग्लोबल लीडर बन रहा है।

योग और आर्युवेद को हम वैज्ञानिक प्रमाणिकता के साथ स्थापित करने की कोशिश कर रहे हैं। पतंजलि ने सैकड़ों रिसर्च पेपर अब तक पब्लिश किए हैं। हमने योग क्रियाओं को वैज्ञानिक तथ्यों के साथ दुनिया के सामने रखा है। उन्होंने कहा कि जब हमने कोरोनिल के जरिए लाखों लोगों को जीवनदान देने का काम किया तो कई लोगों ने सवाल उठाए। कुछ लोगों के मन में रहता है कि रिसर्च तो केवल विदेश में हो सकता है।

https://twitter.com/PypAyurved/status/1362628506765590528

 

खासतौर पर आर्युवेद के रिसर्च को लेकर कई तरह के शक किए जाते हैं। अब हमने शक के सारे बादल छांट दिए हैं। कोरोनिल से लेकर अलग-अलग बीमारी पर हमने रिसर्च किया है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा, पतंजलि के अनुसंधान का देश को फायदा तो होगा ही। पर वैज्ञानिक रूप से यह काम करने के लिए बाबा रामदेव और आचार्च बालकृष्ण का धन्यवाद करता हूं। जो अब वैज्ञानिक आधार लेकर फिर से जनता के सामने आए हैं। तो निश्चित तौर पर लोगों का विश्वास और इस पर बढ़ेगा।

आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति की तारीफ करते हुए डॉ. हर्षवर्धन ने बताया कि कोरोना काल में आयुर्वेद पद्धति पर लोगों का विश्वास बढ़ा है। कोरोना से पहले आयुर्वेद का मार्केट हर साल 15 फीसदी बढ़ रहा था। लेकिन कोरोना के बाद इसमें 50 से लेकर 90 फीसदी का उछाल आया है। भारत ही दुनिया के लोगों का विश्वास आयुर्वेद पर बढ़ रहा है।

गौरतलब है कि इससे पहले पतंजलि ने 23 जून 2020 को कोरोना के लिए कोरोनिल लॉन्च की थी, जिसमें 7 दिन में कोरोना के इलाज का दावा किया गया था। लेकिन ये दवा विवादों में आ गई थी। अब ये देखना होगा आज जो दावा लॉन्च की जा रही है क्या वो सच में असर दार है या फिर ये भी विवादों में आने वाली है।