नई दिल्ली। कल यानि मंगलवार को जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस ने सीमा पर पाकिस्तानी गोलाबारी में जान गंवाने वाले बीएसएफ अधिकारी को आज श्रद्धांजलि दी। साथ ही केंद्र सरकार को सीमा पार से ‘बढ़ते हमलों’ के जवाब में और प्रभावी कदम उठाने चाहिए। बता दे कि, मंगलवार को राजौरी सेक्टर में अग्रिम चौकियों पर पाकिस्तान की गोलाबारी में बीएसएफ के उपनिरीक्षक पाओतिंसत गुइते शहीद हुए थे। 11 नवंबर से सीमापार से की गई गोलाबारी में भारत की तरफ यह 16वीं जान गई है।
वही, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मुख्य प्रवक्ता रविंदर शर्मा ने पाकिस्तान की ओर से बढ़ती गोलाबारी और भारत की तरफ जानहानि पर चिंता जाहिर की। उन्होंने नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर लगातार संघर्षविराम का उल्लंघन करने के लिए पाकिस्तान की निंदा भी की। उन्होंने कहा कि, ‘ हम उन बहादुर अधिकारियों को सलाम करते हैं जो अपनी मातृभूमि की रक्षा करने में पाकिस्तानी गोलाबारी के शिकार हुए। सीमा सुरक्षा का सर्वोच्च बलिदान हमेशा याद रखा जाएगा।’ उन्होंने कहा कि कांग्रेस शहीदों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदनाएं व्यक्त करती है।
साथ ही अधिकारियों ने यह जानकारी दी। यह घटना बीएसएफ स्थापना दिवस के दिन हुई है। वही, बीएसएफ की ओर से जारी एक वक्तव्य में कहा गया कि, “राजौरी सेक्टर में पाकिस्तान की ओर से बिना उकसावे के संघर्ष विराम का फिर से उल्लंघन किया गया। इस हमले में बीएसएफ के उप निरीक्षक पाओतिंसत गुइते शहीद हो गए जो अग्रिम चौकी पर तैनात थे। उन्होंने न केवल शत्रु की गोलीबारी का जवाब दिया बल्कि अपने कई साथियों की जान भी बचाई।”