मध्यप्रदेश में कांग्रेस पूरी तरह खत्म हो चुकी है। इसलिए उपचुनाव में बीजेपी को ही जीत मिलेगी। क्योंकि सिर्फ नारों से चुनाव नहीं जीते जाते है। अगर नारों से जीता जाता तो कांग्रेस खत्म नहीं होती। आपको बता दे, राहुल, प्रियंका, पायलट ने यूपी में भी प्रचार किया था, वही हश्र मध्यप्रदेश में भी होगा। क्योंकि अब कांग्रेस में दम बचा नहीं है। नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा उपचुनाव में बुरी तरह हारेगी कांग्रेस। कांग्रेस के पास माल नहीं है बेमाल से काम चलाना पड़ रहा है।
वहीं केंद्रीय कृषि बिल बात करते हुए उन्होंने ने कहा कि ये बिल अभूतपूर्व बदलाव लाने वाले हैं। इससे पहले यूपीए ने भी कृषि बिल लाने की कोशिश की थी। यूपीए कुछ लोगों के दबाव में कृषि बिल नहीं ला सका। पीएम मोदी की संकल्प से कृषि बिल ला पाए। कांग्रेस का विरोध अप्रसांगिक है। कांग्रेस का कृषि बिल पर दोहरा रवैया।
उन्होंने ने कांग्रेस को सलाह देते हुए आगे कहा कि कांग्रेस दो मुँही राजीनीति से बाज आए। ग्वालियर चम्बल अंचल उपचुनाव पर बोले केंद्रीय मंत्री। कमलनाथ ने 2018 के चुनाव में किसान कर्जमाफी का वादा किया था। कमलनाथ ने किसान कर्जमाफी को लेकर वादाखिलाफी की। कर्जमाफी न होने के चलते कांग्रेस में आंतरिक विरोध हुआ है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पिछले 15 साल और अभी छः माह के कार्यकाल में किसानों के हित मे फैसले लिए।
उपचुनाव के दौरान स्तरहीन बयानबाजी को लेकर भी नरेंद्र तोमर ने कहा कि दिमाग मे जब कुछ मटेरियल नहीं होता तो ऐसी बयानबाजी होती है। कांग्रेस नेता शिवराज सिंह चौहान को भूखे नंगे घर के बता रहे है। इस देश मे गरीब होना क्या अभिशाप है। कमलनाथ अगर बड़े घर के है तो उन्होंने क्या कर दिया। शिवराज ने अपने परिश्रम से ये मुकाम हासिल किया। इसलिए 13 साल सीएम रहे। उपचुनाव में भाजपा की स्थिति मजबूत है। कमलनाथ की 15 माह की सरकार में भ्रष्टाचार चरम पर था।