उज्जैन : महाकाल मंदिर में भस्माआरती के दौरान लगी आग में झुलसे 12 पुजारियों और सेवकों की हालत में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है। 12 में से 3 पुजारियों को अरबिंदो अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है, जबकि 7 का इलाज अभी भी अस्पताल की बर्न यूनिट में जारी है।
बता दें कि, इन 7 में से 2 पुजारी 30-40% तक झुलसे हैं और उन्हें डायबिटीज भी है, जिसके कारण उनका इलाज थोड़ा धीमा है। गौरतलब है कि, होली के दिन रंग में कपूर मिला होने के कारण आग तेज़ी से फैल गई थी और गर्भगृह में खड़े पुजारी इसकी चपेट में आ गए थे।
जिन 3 पुजारियों को छुट्टी दी गई है, वे 10-15% तक झुलसे थे। बताया जा रहा है कि, चिंतामण और सत्यनारायण नामक 2 पुजारियों को डायबिटीज होने के कारण उनके घाव जल्दी नहीं भर पा रहे हैं और उन्हें विशेष देखभाल की आवश्यकता है।
एक पुजारी के हाथ, पैर और गला भी जला है, जिसके कारण उन्हें ऑक्सीजन भी लगाई जा रही है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी घायल पुजारियों को देखने अस्पताल गए थे। मंदिर में हुए हादसे की जांच रिपोर्ट भी आ चुकी है।