इंदौर : देशभर में 21 जुलाई यानि आज मुस्लिम धर्म का सबसे पसंदीदा बकरीद का त्योहार धूमधाम से मनाया जा रहा हैं। इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार, हर साल ईद-उल-अज़हा 12वें महीने की 10 तारीख को मनाई जाती है। ऐसे में इस्लाम मजहब में इस माह की बहुत अहमियत है। कहा जाता है कि इसी महीने में हज यात्रा भी की जाती है। वहीं रिजर्व फोर्स के सत्यनारायण सलवड़िया एवं बोहरा समाज के जौहर मानपुर वाला ने आज ईदुल अजहा के अवसर पर इंदौर शहर काजी जनाब इशरत अली साहब के निवास जाकर ईद की मुबारकबाद दी।
इस खास अवसर पर रिजर्व फोर्स के सत्यनारायण सलवड़िया ने बताया कि काजी साहब को अपने निवास से ईदगाह तक ले जाने की बग्गी की रश्म दूसरे साल भी अदा ना करने का दुख है। इस अवसर पर इशरत अली साहब ने अच्छे तालीम पर जोर दिया, जिससे देश का नाम रोशन हो और उन्होंने कहा कि आज जो कोरोना की लहर आई है, उसमे कोई जाति मजहब नही देखा और इस महामारी से हर जाति धर्म का नुकसान हुआ है, इसलिए आज समय की मांग है कि इन्शानियत कायम हो, जाति धर्म से ऊपर उठकर इंसानियत की सेवा की जाए और सब एक दूसरों के सुख दुख में साथ रहे। यही आज के ईद के मुबारक दिन में अल्लाह ताला से दुआ करते है।
ईदुल अजहा के मुबारक दिन पर मक्का मदीना में हज भी अदा होती है, लेकिन कोरोना की महामारी के कारण लगातार दूसरे वर्ष भी हज अदा करने नही जा सके। इसकी वजह से आज काजी साहब के निवास पर जाकर उन्हें काबा शरीफ का चित्र प्रतीक स्वरूप भेंट कर उन्हें ईदुल अजहा की मुबारकबाद दी। इस अवसर पर वीरू झांझोट, प्रहलाद शर्मा,अरुण माहेश्वरी, अशोक देवड़ा आदि उपस्थित थे।