भोपाल : मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग के अध्यक्ष न्यायमूर्ति श्री नरेन्द्र कुमार जैन ने तीन मामलों में स्वसंज्ञान लेकर संबंधितों से जवाब मांगा है।
”भिण्ड जेल हादसा”
डीजीपी जेल तीन सप्ताह में दें जवाब
जिला जेल भिण्ड में बीते शनिवार की सुबह बडा हादसा हो गया। बैरक की छत और दीवार गिरने से 21 कैदी मलबे में दब गये। 20 कैदी जिला अस्पताल भिण्ड के स्पेशल वार्ड में भर्ती हैं। यहां से 234 कैदियों को सेन्ट्रल जेल ग्वालियर शिफ्ट कर दिया गया है। मामले में त्वरित संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने पुलिस महानिदेशक, जेल एवं सुधारात्मक सेवायें, भोपाल तथा जिला जेल अधीक्षक, भिण्ड से तीन सप्ताह में जवाब मांगा है।
”इंदौर जहरीली शराब कांड”
आईजी इंदौर तीन सप्ताह में दें जवाब
इन्दौर शहर के बार और होटल में शराब बेचने वाले मुख्य आरोपी विदुर नगर निवासी राहुल तावडे उर्फ बंटी की जहर खाने से मौत हो गई। राहुल बीते शुक्रवार की देर रात द्वारिकापुरी थाने में सरेंडर करने पहुंचा था। शनिवार की सुबह उसकी अचानक मौत हो गई। पुलिस का दावा है कि आरोपी बाहर से ही जहर खाकर आया था। वह थाने के बाहर ही था कि उसे उल्टियां होने लगीं, उसे अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उसकी मौत हो गई। जबकि परिजनों ने पुलिस द्वारा राहुल को प्रताड़ित किये जाने का आरोप लगाया है। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) इंदौर से तीन सप्ताह में जवाब मांगा है।
विचाराधीन कैदी ने लगाई फांसी
सिवनी जिले की उपजेल लखनादौन में दुष्कर्म और हत्या के मामले में एक विचाराधीन कैदी ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। मृतक कैदी पर 5 साल की बच्ची के साथ दुराचार और हत्या का आरोप था। इस मामले में वह वर्ष 2020 से उपजेल लखनादौन में बंद था। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने पुलिस महानिदेशक, जेल एवं सुधारात्मक सेवायें, भोपाल सहित अन्य संबंधित अधिकारियों तथा जिला जेल अधीक्षक, सिवनी से एक माह में (रिकार्ड सहित) जवाब मांगा है।