मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि जनवरी माह मध्यप्रदेश के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। जहाँ 8 से 10 जनवरी तक प्रतिष्ठित प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन हो रहा है, वहीं 11 एवं 12 जनवरी को ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट(Global Investors Summit) का महत्वपूर्ण आयोजन होने जा रहा है। इन दोनों आयोजन के लिए इंदौर के साथ प्रदेश के विभिन्न स्थानों को सज्जित और आकर्षित करने का कार्य हो रहा है। यह कार्यक्रम प्रवासी भारतीय और उद्योग विभाग के ही कार्यक्रम नहीं हैं बल्कि इन्हें सुचारू रूप से किए जाने का दायित्व सभी संबंधित विभागों का है। मुख्यमंत्री चौहान ने इन कार्यक्रमों को मध्यप्रदेश की ब्रांडिंग का महत्वपूर्ण अवसर बताया।
मुख्यमंत्री चौहान आज मंत्रालय में जनवरी माह में इंदौर में होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट एवं प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन की तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे। मुख्यमंत्री चौहान ने इन आयोजनों की व्यवस्थाओं के बारे में अधिकारियों को निर्देश दिए। बैठक में मंत्रीगण उपस्थित हुए और वर्चुअली भी जुड़े। मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस सहित अनेक वरिष्ठ अधिकारी बैठक में मौजूद थे। इंदौर के ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में यह सम्मेलन हो रहे हैं।
इस वीडियो कांफ्रेसिंग में इंदौर संभागायुक्त कार्यालय से संभागायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा, आईजी राकेश गुप्ता, इंदौर पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्र, कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी, नगर निगम आयुक्त प्रतिभा पाल सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रवासी भारतीय सम्मेलन का प्रदेश में यह प्रथम अवसर है। विभिन्न देशों से पधार रहे अतिथियों के समक्ष मध्यप्रदेश की खूबियों को प्रस्तुत करने का यह महत्वपूर्ण अवसर भी है। जीआईएस प्रदेश में नए निवेश को लाने का माध्यम है। हम सभी का दायित्व है कि मध्यप्रदेश में अधिक से अधिक निवेश लाने के प्रयासों को सफल बनाएँ। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि सभी संबंधित विभाग और मंत्रीगण विभिन्न सेक्टर्स में निवेश लाने के प्रयासों को अंजाम दें। देशी- विदेशी निवेशकों से संवाद और संपर्क स्थापित कर निवेश का आग्रह किया जाए।
अबतक क्या-क्या हो चुकी है तैयारियां?
औद्योगिक नीति और निवेश प्रोत्साहन विभाग की ओर से दिए गए प्रजेंटेशन में बताया गया कि भारत के विकास में प्रवासी भारतीयों के योगदान की सराहना के लिए केन्द्र सरकार ने प्रवासी भारतीय दिवस की रूप रेखा बनाई है। यह दिवस 9 जनवरी को मनाया जाता है। केन्द्रीय विदेश मंत्रालय के साथ आयोजक राज्य संयुक्त रूप से सम्मेलन करते हैं। इस बार मध्यप्रदेश को सहभागी राज्य बनने का सौभाग्य मिला है। अब तक 16 प्रवासी भारतीय सम्मेलन किए जा चुके हैं। सम्मेलन के दूसरे दिवस 9 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इंदौर आएंगे। प्रधानमंत्री मोदी इस दिन डिजिटल प्रदर्शनी का उद्घाटन करेंगे। तीसरे दिन 10 जनवरी को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु प्रवासी भारतीय सम्मान पुरस्कार का वितरण करेंगी। सम्मेलन की थीम “प्रवासी : अमृत काल में भारत की प्रगति के लिए विश्वसनीय भागीदार” तय की गई है।
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इसी तरह प्रदर्शनी की थीम “आजादी का अमृत महोत्सव- भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में प्रवासियों का योगदान” निर्धारित की गई है। प्रवासी भारतीय दिवस के मुख्य अतिथि गयाना के राष्ट्रपति मोहम्मद इरफान अली होंगे। गेस्ट ऑफ ऑनर आस्ट्रेलिया हाउस ऑफ पार्लियामेंट की सदस्य जेनेटा मेस्क्रेन्हेन्स रहेंगी। राज्य शासन ने प्रवासी भारतीय दिवस के आयोजन से जुड़ी व्यवस्थाओं के लिए वरिष्ठ अधिकारियों को उप समिति गठित की है। तीन दिवसीय कार्यक्रम में विभिन्न सेक्टर्स में निवेश की संभावनाओं के प्रदर्शन के लिए प्रस्तुतिकरण होंगे। साथ ही प्रत्येक सेक्टर्स से मध्यप्रदेश के 5 व्यक्ति अनुभव भी साझा करेंगे। प्रजेंटेशन के दौरान अतिथियों के लिए सत्कार और भ्रमण की व्यवस्थाओं की जानकारी भी दी गई। अतिथियों को प्रदेश के विभिन्न स्थानों के प्रसिद्ध व्यंजनों के स्वाद का अनुभव करवाने के लिए भी निर्णय लिया जा चुका है।
इंदौर में होगी 5 दिवसीय प्रदर्शनी
जीआईएस की थीम “फ्यूचर रेडी मध्यप्रदेश” रखी गई है। इंदौर में 5 दिवसीय प्रदर्शनी 8 जनवरी से शुरू होगी। समिट के प्रथम दिन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रमुख उद्योगपति संबोधित करेंगे। “एडवांटेज मध्यप्रदेश” विषय पर फिल्म का प्रदर्शन होगा। विभिन्न देशों से प्रमुख उद्योगपतियों, विभिन्न राजदूत और कॉन्सुल जनरल आदि के आने की स्वीकृतियाँ प्रतिदिन प्राप्त हो रही हैं। कनाडा, जापान, आस्ट्रेलिया, फ्रांस, मॉरिशस, जिम्बाब्वे, इजराइल, सिंगापुर, फिजी, कोरिया, जाम्बिया, कंबोडिया, तंजानिया और फिनलैंड के प्रतिनिधि समिट में शामिल होने इंदौर पहुँच रहे हैं।