इंदौर 08 मार्च 2021: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर मीडिया संस्थानों की महिला प्रतिनिधियों, पत्रकारों और महिला जनसंपर्क अधिकारियों के साथ स्मार्ट उद्यान भोपाल में चंदन, पारिजात, हरसिंगार आदि के पौधे लगाए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी साधना चौहान भी उपस्थित थीं।
आज लगाए गए पौधे
मुख्यमंत्री चौहान ने रुद्राक्ष का भी पौधा लगाया। रुद्राक्ष के वृक्ष हिमालय और आस-पास के प्रदेशों में पाए जाते हैं। इसके अलावा असम, मध्यप्रदेश, उत्तराखंड, अरुणांचल और बंगाल के जंगलों में काफी रुद्राक्ष पाए जाते हैं। इसके अलावा दक्षिण भारत में नीलगिरि और मैसूर में तथा कर्नाटक में भी रुद्राक्ष के वृक्ष देखे जा सकते हैं। रामेश्वरम में भी रुद्राक्ष पाया जाता है। गंगोत्री और यमुनोत्री के क्षेत्र में भी रुद्राक्ष मिलते हैं।
मध्यप्रदेश की धरती पर भी रुद्राक्ष के पौधे की उपज अच्छी है। पारिजात या ‘हरसिंगार’ उन प्रमुख वृक्षों में से एक है, जिसके फूल ईश्वर की आराधना में महत्त्वपूर्ण स्थान रखते हैं। इसे प्राजक्ता, परिजात, हरसिंगार, शेफालिका, शेफाली, शिउली भी कहा जाता है। उर्दू में इसे गुलज़ाफ़री कहा जाता है। पारिजात का वृक्ष सुन्दर होता है, जिस पर आकर्षक और सुगन्धित फूल लगते हैं। इसके फूल, पत्ते और छाल का उपयोग विविध प्रकार की औषधि में भी किया जाता है। यह संपूर्ण भारत में पैदा होता है। ऐसी मान्यता है कि पारिजात के वृक्ष के स्पर्श से व्यक्ति की थकान मिट जाती है।
चंदन के पौधे भी लगाए गए
चंदन की लकड़ी का उपयोग मूर्तिकला, साज-सज्जा का सामान, अगरबत्ती, हवन सामग्री, और सुगंधित तेल के निर्माण में होता है। सुगंधित तेल आसवन द्वारा निकाला जाता है। प्रत्येक वर्ष लगभग 3 हजार मीट्रिक टन चंदन की लकड़ी से तेल निकाला जाता है।