इन्दौर, दिनांक 30 जुलाई 2020। आयुक्त प्रतिभा पाल द्वारा इन्दौर 311 एप एवं सी.एम. हेल्प लाईन में प्राप्त शिकायतों के निराकरण के संबंध में समीक्षा बैठक नेहरुपार्क स्थित स्मार्ट सिटी आॅफिस में की गई। इन्दौर 311 एवं सी.एम. हेल्प लाईन के अन्तर्गत ड्रेनेज विभाग, वाटर स्पलाय, जनकार्य, विद्युत, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, उद्यान आदि विभागों से सबंधित शिकायतों पर विभाग वार समीक्षा की गई। समीक्षा बैठक में अपर आयुक्त, एस.के. चेतन्य, देवेन्द्रसिंह , संदीप सोनी, श्रृंगार श्रीवास्त, वीर भद्र शर्मा, रजनीश कसेरा, उपायुक्त एस.के. सिन्हा, प्रभारी अधीक्षण यंत्री कमलसिंह, सुनील गुप्ता, राकेश अखण्ड, संजीव श्रीवास्तव एवं अन्य उपस्थित थें।
समीक्षा बैठक के दौरान आयुक्त पाल ने निर्देश दिये कि चेम्बर टुटने या धंसने व बानाने के अलावा ऐसी कोई शिकायत नही होती की 24 घण्टे के पूर्व शिकायत का निराकरण नही किया जा सकता। जो भी शिकायत प्राप्त हो जिसमें चेम्बर बदलना, ड्रेनेज की सफाई, इस प्रकार की प्राप्त शिकायत को 24 घण्टे में निराकरण करें। अधीक्षण यंत्री स्वयं भी फिल्ड में रहे। जल प्रदाय से शिकायत की समीक्षा के दौरान आयुक्त सुश्री पाल ने निर्देश दिये कि गंदे पानी की शिकायत को गंभीरता से निराकरण करें। लिकेज की शिकायत प्राप्त होने पर जाकर स्वयं देखे व निराकरण संबंधित क्षेत्र का इंजिनियर जाकर करावें। पानी नही आने की शिकायतों का भी निराकरण प्राथमिकता से करे। कितनी शिकायत कितने समय से किस कारण लंबित है इसकी जानकारी संबंधित अपर आयुक्त को बतावें। स्वास्थ्य विभाग से संबंधित शिकायते सामान्यतः सफाई की होती है। इसलिए 24 घण्टे में शिकायत का निराकरण करना सुनिश्चित करें। विद्युत विभाग की समस्याओं का निराकरण मेें तेजी लावें। बरसात में स्ट्रीट लाईट बन्द नही रहे इसका विशेष रुप से ध्यान रखें। जनकार्य विभाग में निर्देशित किया गया कि, जनकार्य विभाग की सामान्य शिकायतों का निराकरण कराया गया। अन्य विभागों की भी समीक्षा की जाकर समय सीमा में शिकायतों का निराकरण करने के निर्देश दिए।
समीक्षा बैठक के दौरान आयुक्त पाल ने निर्देश दिए कि, अपर आयुक्त अपने विभाग से संबंधित शिकायत का प्रतिदिन दिन में दो बार देंखेगें कि, कितनी शिकायत निराकृत हुई और कौन सी शिकायत पेंडिंग है।, सोमवार तक जितनी भी शिकायत पेंडिंग है उसकी बैकलाग समाप्त करंेगे। सोमवार से 24 घण्टे में शिकायत निराकृत हो सुनिश्चित करेंगे।
एस.के.सिन्हा को निर्देश दिए कि, सेट पर जो शिकायतों का प्रसारण होता है, उसमें यह प्रसारण करेंगे कि कौन से विभाग की कितनी शिकायत कितने समय से पेंडिग है यह भी सेट पर बतायेंगे। फिल्ड में रहने वाला कर्मचारियों की पहचान हो सके इसलिए उन्हे निगम की जैकेट पहनावें यदि जैकेट नही है तो स्टोर विभाग से लेकर उपलब्ध करायी जावेे।