लद्दाख: लद्दाख में लाइन ऑफ़ एक्चुअल कंट्रोल पर चीन अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। शनिवार रात घुसपैठ की कोशिश कर रहे चीनी सैनिकों को भारतीय जवानों ने खदेड़ दिया। मुंह की खाने के बाद भी चीन अपनी चालबाजी से बाज नहीं आया और सोमवार रात फिर उसने घुसपैठ की कोशिश की। इस बार चीन के सैनिकों ने काला टॉप और हेलमेट टॉप में घुसपैठ की कोशिश की।
चीनी सैनिक अंधेरे का फायदा उठाकर भारतीय क्षेत्र में घुस रहे थे, लेकिन भारतीय सेना के जवानों ने उसकी साजिश को नाकाम कर दिया। गौरतलब है कि मई से ही दोनों देशों के बीच सीमा पर तनाव की स्थिति बनी हुई हुई है। 15 जून को दोनों देशों के सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प में 20 जवानों की शाहदत के बाद भारत ने चीन के खिलाफ काफी सख्त रूप अपना रखा है।
अब अगस्त में एक बार फिर नई जगह पर विवाद शुरू हुआ है। पहले जहां पर विवाद था, अब उससे अलग हटकर पैंगोंग झील की दक्षिणी तरफ आ गया है। भारतीय सेना की ओर से यहां पर लगातार नजर रखी जा रही थी, यही कारण रहा कि चीन की सेना ने 29-30 अगस्त की रात को घुसपैठ नहीं कर पाई और बीती रात को उसने एक बार फिर कोशिश की थी और इस बार भी उसकी कोशिश को भारतीय जवानों ने नाकाम कर दिया।
विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि भारत और चीन के बीच तनाव बढ़ गया था, क्योंकि 29-30 अगस्त की रात के बाद चीनी सैनिकों ने सोमवार की रात को भी घुसैपठ की कोशिश की। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्त्व ने कहा कि तनाव को कम करने के लिए सैन्य स्तर की बातचीत हो रही है, लेकिन इसी बीच चीनी सैनिकों ने घुसपैठ की एक बार फिर कोशिश की। अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि हमने राजनयिक और सैन्य माध्यम से चीन के सामने मामला उठाया। हमने उनसे कहा कि वो अपने सैनिकों को इस तरह की उत्तेजक कार्रवाई करने से बचने का निर्देश दें।