1962 में जो हुआ उसको भूल नहीं सकते, राष्ट्रीय सुरक्षा पर राजनीति ना करें राहुल गांधी: शरद पवार

Akanksha
Published on:
Sharad pawar

नई दिल्ली: भारत-चीन सीमा पर तनाव लगातार गहराता जा रहा है। लद्दाख की गलवान घाटी में 20 जवानों की शाहदत के बाद देश में चीन के खिलाफ गुस्सा है और चीनी सामान के बाहिष्कार की आवाजे तेज हो गई है। वहीं, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी लगातार इस मामले को लेकर केंद्र सरकार पर हमला कर रहे हैं।

भारत-चीन मामले को लेकर लगातार राहुल गाँधी द्वारा किए जा रहे हमले पर एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने उन्हें आइना दिखाया है। शरद पवार ने कहा है कि राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर राजनीति नहीं करनी चाहिए। 1962 में क्या हुआ था इसको भूल नहीं सकते हैं। चीन ने हमारी 45000 वर्ग किमी क्षेत्र पर कब्जा कर लिया था।

शरद पवार ने कहा कि मुझे नहीं पता कि वर्तमान में चीन ने जमीन ली है या नहीं। हालांकि इस मुद्दे पर बात करते वक्त हमें इतिहास को याद रखना चाहिए और राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर राजनीति नहीं करनी चाहिए। इसके साथ ही शरद पवार ने चीन के साथ युद्ध की संभावना से इनकार किया। शरद पवार ने कहा कि चीन के साथ अभी युद्ध की कोई आशंका नहीं है लेकिन चीन ने निश्चित रूप से दुस्साहस किया है। गलवान में हम जिस मार्ग का निर्माण कर रहे हैं, वह हमारी सीमा पर है।

गौरतलब है कि चीन मामले को लेकर राहुल गांधी लगातार केंद्र सरकार पर हमलावर है। राहुल गांधी ने पीएम मोदी से कहा कि पीएम बिना डरे, बिना घबराए सच बताएं कि चीन ने जमीन ली है और हम कार्रवाई करने जा रहे हैं. इस स्थिति में पूरा देश आपके साथ खड़ा है। पूरा देश एक होकर सेना और सरकार के साथ खड़ा है. लेकिन एक जरूरी सवाल उठा है, कुछ दिन पहले हमारे प्रधानमंत्री ने कहा था कि कोई हिंदुस्तान में नहीं आया, किसी ने हमारी जमीन नहीं ली है। राहुल गांधी ने कहा कि सैटेलाइट तस्वीर में दिख रहा है, सेना के पूर्व जनरल कह रहे हैं और लद्दाख के लोग कह रहे हैं कि चीन ने हमारी जमीन एक नहीं बल्कि तीन जगह छीनी है।