आज सोमवार की दोपहर को साल का आखिरी चंद्र ग्रहण लगने वाला है। यह चंद्र ग्रहण साल का सबसे लम्बा चंद्र ग्रहण होगा। हिन्दू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस ग्रहण का अपने जीवन पर बहुत असर पड़ता है। इस पूरे ग्रहण के दौरान एक प्रकार का सूतक माना जाता है, इस दौरान कोई भी महत्वपूर्ण काम करने से मना किया जाता है। वैसे तो यह एक उपच्छाया चंद्र ग्रहण है जिसका प्रभाव बहुत ज्यादा नहीं रहता है। लेकिन फिर भी इस दौरान इन महत्वपूर्ण ध्यान देने वाले काम जिनको हमें ग्रहण के दौरान नहीं करना है।
नग्न आंखों से ग्रहण को नहीं देखना चाहिए। और इस दौरान भोजन नहीं बनाना चाहिए और भोजन करने से भी परहेज करना चाहिए। अगर ग्रहण के बाद के स्नान करते है तो उसका प्रभाव काम हो जाता है।
ग्रहण के बाद बासा खाना नहीं खाना चाहिए। घर में जो भी बासा खाना बचा हुआ है उसको पशुओं को दे देना चाहिए। अगर ग्रहण के दौरान कोई दूध से बनी हुई सामग्री है तो उनमें तुलसी के पत्ते डाल दे।
इस पोरे चंद्र ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को घर के अंदर ही रहना चाहिए। उन्होंने ग्रहण के छाये आदि से बचना चाहिए क्योंकि इसका दुष्प्रभाव गर्भस्थ शिशु पर पर पड़ सकता है। और साथ ही बुजुर्ग एवं बीमार व्यक्ति को भी घर में रहना चाहिए।
इस ग्रहण के दौरान कोई भी हिंसक या नुकीली चीजें का इस्तेमाल नहीं करे। ग्रहण में कभी भी बाल और नाखून न कटवाएं।
इस दौरान कभी भी पति-पत्नी को शारीरिक संबंध नहीं स्थापित करना चाहिए। और नहीं ग्रहण में किसी नए कार्य की शुरुआत करनी चाहिए।
इस ग्रहण कल में कभी भी अभक्ष्य चीजों जैसे की मॉस मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए। इस दौरान नींद लेने से भी बचना चाहिए।
खाने की चीजों में ग्रहण शुरू होने से पहले तुलसी के पत्ते डालकर रख दें। ऐसा करने से खाने की चीजों पर ग्रहण का प्रभाव नहीं पड़ता है। लेकिन इस बात ध्यान रखे कि ग्रहण काल में तुलसी की पत्तों को ना तोड़ें।