Chanakya Niti: प्रसिद्ध कूटनीतिज्ञ, अर्थशास्त्री और राजनीतिज्ञ के रूप में प्रख्यात आचार्य चाणक्य किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। चाणक्य की नीति के कारण ही चंद्रगुप्त ने सम्राट का ताज पहना। आचार्य चाणक्य ने अर्थशास्त्र के अतिरिक्त नीतिशास्त्र की रचना की। चाणक्य द्वारा रचित नीतिशास्त्र मौजूदा वक्त के लिए भी महत्वपूर्ण हैं। इसमें व्यक्ति को सामाजिक, व्यवसायिक, आर्थिक और कूटनीतिज्ञ नीतियों के प्रयोग करने की सलाह मिलती है। चाणक्य नीति में कई ऐसी नीतियों का उल्लेख किया गया है जो कि आपको सक्सेस के मार्ग तक ले जाती हैं।
चाणक्य का मानना है कि घर की उन्नति उसके मुखिया पर निर्भर करती है। यदि घर का मुखिया समझदार और गुणवान है तो वह हर परिस्थिति में अपने घर को साथ लेकर चलेगा। इसलिए परिवार के मुखिया में कुछ गुण जरूर होने चाहिए। चाणक्य के मुताबिक घर के मुखिया में यदि ये खास गुण न हो तो उस घर में कभी भी बरकत नहीं होती।आइए जानते हैं आचार्य चाणक्य के इन गुणों के विषय में।
पैसे की बचत
आचार्य चाणक्य के मुताबिक घर के मुखिया को धन की बचत करनी चाहिए। परिवार के मुखिया की जिम्मेदारी है कि वह धन की बचत करे ताकि फ्यूचर में आवश्यकता के वक्त उसे किसी के आगे हाथ न फैलाना पड़े।
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अपने निर्णय पर रहे अडिग
चाणक्य के मुताबिक घर उन्नति तभी करता है जब घर का मुखिया जो भी फैसला ले उस पर अडिग रहे। घर में वह अनुशासित वातावरण कायम रखें। ऐसा करने से ही फैमिली के सदस्य विकास करेंगे।
न हो कान के कच्चे
चाणक्य के द्वारा परिवार के मुखिया को किसी भी बात पर बिना प्रमाण के यकीन नहीं करना चाहिए। मतलब परिवार का मुखिया कान का कच्चा नहीं होना चाहिए। यदि आपके कुटुंब में कोई मनमुटाव या मतभेद चल रहा है तो दो पक्षों को सुनकर फिर बात की पुष्टि करके ही मुद्दा सुलझाने की कोशिश करना चाहिए।
फैसला लेते समय बरतें सतर्कता
चाणक्य के द्वारा घर का मुख्य व्यक्ति जब भी कोई फैसला ले उसे इस बात का यकीन होना चाहिए कि उसके इस डिसीजन से घर के किसी भी सदस्य को कोई नुकसान नहीं पहुंचेगा।
खर्चे पर संयम
चाणक्य के नीतिशास्त्र के द्वारा घर के मुखिया की जिम्मेदारी होती है कि वह परिवार को जितनी आय हो उसके अनुसार ही चलाए। ऐसे में बिना वजह के खर्चों पर नियंत्रण रखना चाहिए। यदि घर का मुखिया ऐसा नहीं करता है तो उसे आर्थिक संकट का सामना करना पड़ सकता है।