भोपाल : किसान-कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री श्री कमल पटेल ने कहा है कि प्रदेश में पहली बार गेहूँ के साथ ही चना, मसूर और सरसों का उपार्जन किया जा रहा है। इससे किसानों को उनकी उपज का वाजिब दाम मिल सकेगा। श्री पटेल ने शनिवार को देवास जिले के संदलपुर में संस्कृति मंत्री सुश्री उषा ठाकुर और खातेगाँव विधायक श्री आशीष शर्मा के साथ चना उपार्जन केन्द्र का शुभारंभ किया।
https://twitter.com/KamalPatelBJP/status/1375825724733497346
कृषि मंत्री श्री पटेल ने संबोधित करते हुए कहा कि चना, मसूर और सरसों का उपार्जन गेहूँ के साथ होने से अब किसानों को अपनी उपज ओने-पौने दामों पर बेचने के लिये मजबूर नहीं होना पड़ेगा। फसल का बेहतर दाम मिलेगा, जिससे कि आत्म-निर्भर भारत और आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश अभियान के संकल्प एवं सपने को साकार करने में मदद मिल सकेगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान खेती को लाभ का धंधा बनाने और किसानों की आय को दोगुना करने के लिये सभी आवश्यक लाभकारी योजनाएँ बनाकर उन्हें लागू कर रहे हैं। निश्चित ही इससे किसानों को न केवल लाभ होगा, बल्कि उनका आर्थिक सशक्तिकरण भी सुनिश्चित होगा।
मंत्री श्री पटेल ने कहा कि किसानों को बेहतर सुविधाएँ उपलब्ध कराने के लिये प्रत्येक जिले में किसान ओपीडी भी प्रारंभ की जायेगी। अभी हरदा और जबलपुर में कृषि ओपीडी संचालित की जा रही है। उन्होंने कहा कि किसानों की सुविधा के लिये मण्डियों को आधुनिक बनाया जा रहा है। मण्डियों में ही किसानों को खाद, बीज, दवाई और कृषि उपकरण किफायती दामों पर मिलने की व्यवस्था की जा रही है।
किसानों को मण्डियों में कैंटीन सुविधा भी उपलब्ध कराई जायेगी, जहाँ से वे किफायती दामों पर अन्य वस्तुएँ भी क्रय कर सकेंगे। प्रारंभिक तौर पर चिन्हित मण्डियों में पेट्रोल पम्प खोले जायेंगे, जिसे बाद में अन्य मण्डियों में विस्तारित किया जायेगा।