नई दिल्ली। शराब घोटाले में दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया की मुसीबत बढ़ती जा रही है. उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के आवास और 20 अन्य स्थानों पर शुक्रवार को छापा मारा। इस मामले में CBI ने जो FIR दर्ज की है उसमें सिसोदिया को मुख्य आरोपी बनाया गया है। इस FIR में सिसोदिया समेत कुल 15 लोगों के नाम हैं।
बता दें कि सिसोदिया के आवास और अन्य ठिकानों पर सीबीआई के छापे के बाद आम आदमी पार्टी और केंद्र सरकार के बीच तनाव बढ़ गया है। AAP ने आरोप लगाया है कि एजेंसी ‘ऊपर से मिले’ आदेशों पर काम कर रही है। सीबीआई की रेड कई घंटों से जारी है, सिसोदिया के करीबियों पर शराब व्यापारियों से कमीशन लेने का आरोप भी लग गया है. FIR कॉपी से पता चलता है कि अमित अरोड़ा, दिनेश अरोड़ा और अरुण पांडे शराब व्यापारियों से कमीशन लिया करते थे. कमीशन के बदले में ही लाइसेंस दिया जाता था.
सिसोदिया को परेशान करने के लिए ऊपर से आदेश दिए गए: मुख्यमंत्री केजरीवाल
वहीं दूसरी ओर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि घबराने की जरूरत नहीं है और एजेंसी को उन्हें परेशान करने के लिए ‘ऊपर से’ आदेश दिए गए हैं। इन सबके के बीच मनीष सिसोदिया का एक ट्वीट भी सामने आया है हम सीबीआई का स्वागत करते हैं. जाँच में पूरा सहयोग देंगे ताकि सच जल्द सामने आ सके. अभी तक मुझ पर कई केस किए लेकिन कुछ नहीं निकला. इसमें भी कुछ नहीं निकलेगा. साथ ही एक अन्य ट्वीट में वे लिखते है देश में अच्छी शिक्षा के लिए मेरा काम रोका नहीं जा सकता. मुझे तुम्हारी साज़िशें तोड़ न सकेंगी. मैंने दिल्ली के लाखों बच्चों के लिए ये स्कूल बनाए है, लाखों बच्चों की ज़िंदगी में आई मुस्कान मेरी ताक़त है. तुम्हारा इरादा मुझे तोड़ने का है. मेरा इरादा तो ये हैं…
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जानें क्या है पूरा मामला?
जानकारी के लिए बता दें कि मुख्य सचिव ने दो महीने पहले अपनी रिपोर्ट सौंपी थी. इस रिपोर्ट में GNCTD एक्ट 1991, ट्रांजेक्शन ऑफ बिजनेस रूल्स 1993, दिल्ली एक्साइज एक्ट 2009 और दिल्ली एक्साइज रूल्स 2010 के नियमों का उल्लंघन पाया गया था. सिसोदिया पर आरोप तो ये भी लगा है कि कोरोना के बहाने लाइसेंस देने में नियमों की अनदेखी की गई. टेंडर के बाद शराब ठेकेदारों के 144 करोड़ रुपए माफ किए गए. अभी के लिए इन सभी पहुलओं पर सीबीआई की जांच जारी है.