नई दिल्ली। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (RJD supremo Lalu Prasad Yadav) की मुसीबतें और बढ़ गई है। आपको बता दें कि, लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) को चारा घोटाले के डोरंडा कोषागार से 139.35 करोड़ की अवैध निकासी के मामले में 5 साल की सजा सुनाई है। आज यानि सोमवार को सीबीआई कोर्ट रांची के विशेष जज एसके शशि ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) की मुसीबतें बढ़ाते हुए ये सजा सुनाई।
वहीं दूसरी ओर राजनीती में भी हलचल मच गई है। आज जब लालू यादव को सजा सुनाई गई तो इसके बाद बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने ट्वीट किया। उन्होंने कहा कि, “लालू प्रसाद को चारा घोटाला के पांचवें मामले में भी सजा होना कोई आश्चर्य की बात नहीं, लेकिन आश्चर्य यह है कि शिवानंद तिवारी,वृषिण पटेल, प्रेमचंद मिश्रा जैसे जिन लोगों ने चारा घोटाला में मुकदमा दायर किया था, वे बाद में पलटी मार कर लालू प्रसाद से मिल गए और भ्रष्टाचार का राजनीतिक बचाव करने वाले कुतर्क देने लगे। इन पाला-बदल लोगों और राजद ने भाजपा पर बार-बार लालू प्रसाद को फँसाने के अनर्गल आरोप लगाये। इन लोगों को न्यायपालिका पर केवल तभी भरोसा हुआ, जब लालू प्रसाद को जमानत मिली।”
वे बाद में पलटी मार कर लालू प्रसाद से मिल गए और भ्रष्टाचार का राजनीतिक बचाव करने वाले कुतर्क देने लगे।
इन पाला-बदल लोगों और राजद ने भाजपा पर बार-बार लालू प्रसाद को फँसाने के अनर्गल आरोप लगाये।
इन लोगों को न्यायपालिका पर केवल तभी भरोसा हुआ, जब लालू प्रसाद को जमानत मिली।— Sushil Kumar Modi (मोदी का परिवार ) (@SushilModi) February 21, 2022
साथ ही बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि, हमने उसके खिलाफ मामला दर्ज नहीं किया है। जो लोग उसके साथ हैं, केवल वही हैं जिन्होंने उसके खिलाफ मामले दर्ज किए हैं। वे लोग भी मेरे पास आए लेकिन मैंने कहा नहीं। मैंने कहा कि आप मामला दर्ज करना चाहते हैं, लेकिन यह मेरा काम नहीं है।
We've not registered cases against him.The people who are with him now are the only ones who registered cases against him. Those people also came to me but I said no. I said you want to file a case you can do but it's not my work: Bihar CM Nitish Kumar on cases against Lalu Yadav pic.twitter.com/qDxdfkaAqs
— ANI (@ANI) February 21, 2022
साथ ही सीबीआई कोर्ट के इस फैसले के बाद लालू प्रसाद यादव के बेटे तेजस्वी प्रसाद यादव ने कहा कि, “अगर लालू जी ने बीजेपी से हाथ मिलाया होता तो उन्हें राजा हरिश्चंद्र कहा जाता लेकिन आज वो आरएसएस-बीजेपी के खिलाफ लड़ रहे हैं इसलिए उन्हें कारावास का सामना करना पड़ रहा है। हम इससे नहीं डरेंगे।”
If Lalu Ji would have shaken hands with BJP then he would have been called Raja Harishchandra but today he is fighting against RSS- BJP hence he is facing imprisonment. We'll not get scared with this: RJD leader Tejashwi Yadav on conviction of Lalu Prasad Yadav in 5th fodder case pic.twitter.com/3AluQQV6vY
— ANI (@ANI) February 21, 2022