पढ़े तीन महिने पहले बिछड़ी बिल्ली और मालिक की कहानी

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नैनीताल: कहां जाता है प्यार के बीच धर्म, जाति,प्रजाति,इंसान,जानवर, ये सब नहीं आता है, आपने देखा भी होगा बहुत से इंसानो को जानवरो से बेंइतहा मोह्हबत होती है। किसी भी इंसान का पालतू जानवर उनके घर का हिस्सा बन जाता है उसके बाद उसका होना और न होना दोनों परिवार को बड़ा ही जरुरी बन जाता है, देखा जाये तो जानवर पालतू हो या न हो अगर इंसान से उन्हें लगाव हो जाता है तो वो बिना किसी की परवाह किये उनके किये सब कुछ वापस लौट आते है। ऐसा ही एक किस्सा सामने आया है जिसमे नैनीताल के एक बिल्ली से बिछड़े उसके मालिक की कहानी है। किस तरह बिछड़ी बिल्ली को उसके मालिक ने उसे ढूंढा।

यह थी कहानी-
दरअसल ये कहानी बेंगलुरु के रहने वाले हर्ष कपूर और उनकी पत्नी की है। बात उस समय की है जब ये कपल 1 अक्टूबर 2020 को नैनीताल घूमने आये थे। वहां हर्ष कपूर और उनकी पत्नी हल्द्वानी-नैनीताल रोड में भुजियाघाट के सूर्यागांव में बने बलौट रिजॉर्ट में रुके थे, तब इनके साथ इनकी दो पालतू बिल्लिया “कोको” और “लियो” भी थी। उस बीच दोनों ने बिल्लियों को रिसोर्ट में ही छोड़ दिया था, लेकिन देखते ही देखते अचानक “लियो” कहीं गायब हो गयी और जिसके बाद कपूर दम्पति उसे ढूंढने लगे लेकिन वो परेशान हो गए लियो नहीं मिली। वैसे तो ये कपल तीन दिन के वीकएंड पर छुट्टी मनाने बलौट रिजॉर्ट पहुंचा था, लेकिन बिल्ली के खोने के बाद इन्होंने तीन दिन और छुट्टी बढ़ाने का फैसला लिया। लियो को ढूंढ्ने में हर्ष और उनकी पत्नी ने कोई कसर नहीं छोड़ी गांव से लेकर जंगल तक की खाक छानी, लेकिन बिल्ली नहीं मिली, तभी उन्होंने बिल्ली को ढूंढने वाले के लिए 5000 का इनाम भी रख दिया।

26 जनवरी को मिली लियो
तमाम कोशिशो के बावजूद बिल्ली का कोई पता नहीं चला, रिजॉर्ट के मालिक और वाइल्ड टस्कर सोसाइटी चलाने वाले विकास किरौला बताते हैं कि निराश कपूर दंपत्ति 10 अक्टूबर को बैंगलुरु लौट गए। इसी बीच वो बिल्ली की खोज में उन्होंने वाइल्ड टस्कर सोसाइटी​ से जुड़े लोगों से संपर्क में रहे. तभी उम्मीद की एक किरण दिखयी दी 21 जनवरी को किसी ग्रामीण को बिल्ली दिखाई दी और उसकी सूचना कपूर दंपत्ति को दी गई। तत्काल हर्ष और उनकी पत्नी 25 जनवरी को बेंगलुरु से फ्लाइट पकड़कर भुजियाघाट पहुंचे, जहां दो दिन की कड़ी मेहनत के बाद उन्हें आखिरकार 26 जनवरी की रात उनकी बिल्ली लियो जंगल से लगे एक खंडहरनुमा मकान में मिली। ःसरः ने बताया की लियो और कोको सामन्य बिल्लिया है लेकिन इनसे पुरे परिवार का लगाव है, उन्होने बताया की लियो की खोज में तक़रीबन ढाई लाख रूपये खर्च हो गए।