नई दिल्ली: दिल्ली में कोरोना के साथ साथ अब सर्दी का सितम भी आसमान छू रहा हैं। क्योंकि नवंबर का महीना दिल्ली के लिए 71 साल बाद सबसे सर्द रहा। यहां का तापमान 10.2 डिग्री दर्ज किया गया। ये इसलिए हुआ क्योंकि पिछले महीनों में ला नीना, पश्चिमी समुद्र में आए तूफान और कम बारिश के साथ बादलों का ना होना इसकी अहम वजह रही है। आपको बता दे ,मौसम विभाग के अनुसार हर साल नवंबर में ठंड का औसत तापमान 12.9 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया जाता है। लेकिन इस बार 71 साल का इसके तापमान में भारी गिरावट आई है। इस बार औसत न्यूनतम तापमान 10.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
इससे पहले ये तापमान 1949 के नवंबर में दर्ज किया गया था। वहीं अक्टूबर में भी 58 साल बाद ज्यादा तापमान को दर्ज किया गया था। अक्टूबर का महीना भी दिल्ली के लिए प्रदुषण के साथ सर्द भरा रहा। अक्टूबर में 17.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इससे पहले 1962 में ये तापमान दर्ज किया गया था। जानकारी के अनुसार, दिल्ली में इस साल 4 शीतलहर आई है। जो कि 3, 20, 23 और 24 नवंबर को आई। दरअसल, मैदानी इलाकों में जब 10 डिग्री सेल्सियस या इससे नीचे हो और यह लगातार दो दिन तक सामान्य तापमान से 4.5 डिग्री सेल्सियस कम दर्ज किया जाए तो, आईएमडी इसे शीतलहर घोषित करता है।
इसको लेकर दिल्ली के आईएमडी के क्षेत्रीय पूर्वानुमान केंद्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया कि बहरहाल, दिल्ली जैसे छोटे इलाके में एक दिन के लिए भी मापदंड पूरा होता है तो शीतलहर की घोषणा की जा सकती है। दिल्ली का न्यूनतम तापमान सोमवार को 6.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यह इस महीने में आठवां दिन था जब न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज किया गया। उन्होंने आगे बताय कि 23 नवंबर को दिल्ली का न्यूनतम तापमान 6.3 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया जो 2003 के नवंबर के बाद सबसे कम था, तब न्यूनतम पारा 6.1 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था। वहीं आईएमडी के अधिकारियों के अनुसार, 16 नवंबर को छोड़कर इस महीने में अधिकतर दिन आसमान में बादलों की गैर मौजूदगी में न्यूनतम तापमान सामान्य से दो-तीन डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया।