भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर बंगाल में हुए हमले के बाद ममता सरकार एक बार फिर कटघरे में हैं. भाजपा आलाकमान पर हुआ यह हमला ममता सरकार और बंगाल पुलिस की नाकामी को साफ उजागर करता है. हालांकि बंगाल की सीएम ममता बनर्जी इस हमले को नौटंकी बता रही है.
एक बार फिर भाजपा और टीएमसी के बीच इस हमले के बाद आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो चुका है. ममता ने नड्डा के काफिले पर हुए इस हमले को लेकर भाजपा अध्यक्ष की सुरक्षा पर सवाल खड़े किए हैं. ममता ने कहा है कि भाजपा अध्यक्ष की इतनी भारी सुरक्षा के बीच इस तरह का हमला कैसे हो सकता है. आइए इसी बीच जानते है नड्डा को केंद्र सरकार द्वारा प्रदान की गई ‘जेड’ श्रेणी की सुरक्षा (Z Category Security) के बारे में…
बता दें कि केंद्र सरकार ने भाजपा अध्यक्ष को ‘जेड’ श्रेणी की सुरक्षा (Z Category Security) प्रदान की है. इसके तहत उनकी सुरक्षा में 24×7 बारी-बारी से CRPF के 33 से ज्यादा कमांडो तैनात रहते हैं. केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के कमांडो हर समय नड्डा की सुरक्षा में लगे रहते हैं. गृह मंत्रालय ने जेपी नड्डा को यह सुरक्षा IB की थ्रेट परसेप्शन की रिपोर्ट के आधार पर मुहैया कराई है.
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक़, CRPF के 33 से अधिक कमांडो में से 12 कमांडो जेपी को नजदीकी सुरक्षा घेरा देते हैं. ये सभी कमांडो नड्डा के इर्द-गिर्द ही रहते हैं. किसी भी प्रकार की अनहोनी पर ये तुरंत कार्रवाई करने में सक्षम है. बताया जाता है कि देश में नड्डा के कहीं पर भी भ्रमण के दौरान सभी कमांडो उनके साथ ही मौजूद रहते हैं. नड्डा की इस सुरक्षा श्रेणी में उन्हें एक एस्कॉर्ट कार भी मुहैया कराई गई है. इसके भीतर नड्डा की सुरक्षा में तैनात कमांडो मशीनगन और आधुनिक संचार के साधनों से लैस रहते हैं. ये कमांडो ऐसे होते है जो बिना किसी हथियार के भी लड़ सकते हैं.