पटना : बिहार के शिक्षा मंत्री मेवालाल ने गुरुवार को अपने पद से त्यागपत्र दे दिया. उन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे, इसके बाद मेवालाल ने अपने पद को त्याग दिया. मेवालाल के इस्तीफे से खाली हुआ बिहार के शिक्षा मंत्री का पद मंत्री अशोक चौधरी को अतिरिक्त प्रभार के रूप में सौंपा गया है.
बता दें कि बिहार में मेवालाल तीन दिन भी मंत्री नहीं रह पाए. उन्हें मंगलवार को पद दिया गया था, जबकि आज दोपहर 12:30 बजे उन्होंने अपना कार्यभार संभाला और 2 बजे तक उन्होंने इस्तीफा भी दे दिया. बताया जा रहा है कि मेवालाल ने सीएम नीतीश कुमार के कहने पर अपने पद से त्याग पत्र दिया है.
बता दें कि आरजेडी (राष्ट्रीय जनता दल) समेत मेवालाल पर पूरा विपक्ष हमलावर है. मेवालाल चौधरी के इस्तीफे के बाद महागठबंधन के नेता तेजश्वी यादव ने तीत करते हुए लिखा है कि, ”मा. मुख्यमंत्री जी, जनादेश के माध्यम से बिहार ने हमें एक आदेश दिया है कि आपकी भ्रष्ट नीति, नीयत और नियम के खिलाफ आपको आगाह करते रहें. महज एक इस्तीफे से बात नहीं बनेगी. अभी तो 19 लाख नौकरी, संविदा और समान काम-समान वेतन जैसे अनेकों जन सरोकार के मुद्दों पर मिलेंगे. जय बिहार,जय हिन्द.”
जानिए क्या है मामला ?
मेवालाल चौधरी पर नियुक्ति में धांधली के आरोप लगे हैं. उन पर साल 2017 में भागलपुर के सबौर कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति रहते हुए नौकरी में भारी घपले बाजी करने जैसा गंभीर आरोप है. मेवालाल पर आरोप है कि उन्होंने कुलपति रहते हुए 161 असिस्टेंट प्रोफेसर की गलत तरीके से बहाली की थी. बता दें कि इसे लेकर मेवालाल के ख़िलाफ़ प्राथमिकी भी दर्ज की गई है. उन पर लगातार पद से इस्तीफ़ा देने के लिए विपक्ष की और से दबाव बनाया जा रहा था.